सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, बैंक खाता खुलवाने, विद्यालयों में बच्चों का प्रवेश कराने, आय, जाति, निवास, राशन कार्ड व अन्य बहुत से जरूरी कागजात बनवाने के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता है। आधार कार्ड बनवाने के लिए केंद्रों पर लगने वाली भीड़ को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी बहुत कम लोगों का आधार बन पाया है। बने हुए आधार में अधिकतर लोगों के नाम , पिता पति का नाम या पता गलत अंकित हैं। जिसको सही कराने के लिए लोक आधार केंद्रों का चक्कर काट रहे हैं। उतरौला तहसील के अंतर्गत डाकघर, इंडियन एवं प्रथमा बैंक आधार बनाने एवं संशोधन कराने का केंद्र है।
आधार बनवाने या संशोधन कराने के लिए सुबह 11:00 बजे तक टोकन दिया जाता है जिसके लिए लोग प्रातः चार बजे से है लाइन में लग जाते हैं।
लोकतंत्र रक्षक सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी का आरोप है कि केंद्रों पर आधार बनाने या संशोधन कराने के लिए पांच सौ से पन्द्रह सौ रुपए लिए जाते हैं। सुविधा शुल्क ना देने वाले लोगों को नेटवर्क नहीं है कहकर वापस कर दिया जाता है।
डाकघर उतरौला में आधार कार्ड बनाने वाला ऑपरेटर लोगों से दुर्व्यवहार, गाली-गलौज करने के साथ मारपीट पर आमादा हो जाता है।
जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम उतरौला को सौंप कर तहसील के हर ब्लॉक स्तर पर जनसेवा, लोकवाणी एवं अन्य प्राइवेट सेंटर पर आधार कार्ड बनवाएं जाने की सुविधा पुनः शुरू कराए जाने की मांग की है।
असगर अली
उतरौला
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