बनारस में लिवर व गॉल ब्लैडर के कैंसर के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं। इनमें 10 फीसदी मरीज ही बच पाते हैं। प्रति लाख आबादी पर 12 से 16 लोगों को यह कैंसर हो रहा है। चिंता की बात यह है कि गंगा किनारे रहने वाले लोग इससे ज्यादा प्रभावित हैं। इसके कारणों को पता करने के लिए टाटा समूह की टीम जल्द अध्यन शुरू करेगी।
ये बातें टाटा मेमोरियल सेंटर के निदेशक डॉ. राजेंद्र ए बडवे ने शुक्रवार को होमी भाभा कैंसर अस्पताल में प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। उन्होंने कहा कि कैंसर के मरीजों को अगर शुरुआती स्टेज में इलाज मिल जाता है तो उनकी जान बच जाती है। इसके लिए बाकायदा कोर्स संचालित कर समाज को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि होमी भाभा और महामना कैंसर अस्पताल में लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। हाल ही में पेट सीटी स्कैन, कैंसर की आधुनिक टोवास सर्जरी, अस्पताल में ही आरटीपीसीआर लैब, प्लेटलेट्स रजिस्ट्री सहित पापुलेशन बेस्ड कैंसर रजिस्ट्री की शुरुआत हो चुकी है। डॉ. बडवे ने कहा कैंसर के इलाज की सभी सुविधाओं से आच्छादित करने के क्रम में बिहार के मुजफ्फरपुर में जल्द ही कैंसर अस्पताल खोला जाएगा। इसके लिए 15 एकड़ जमीन मिल चुकी है।
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