*पन्ना से संतोष अग्निहोत्री की रिपोर्ट*
पन्ना... का हीरा सा गांव ! जहां शराबी - जुआरी का नहीं कोई नाम*
बुन्देलखंड के पन्ना जिले में एक गांव ऐसा है, जो पूरी तरह नशा मुक्त है. इस गांव के लोगों की पीढ़ियों से यह परंपरा है कि यहां शराब पीना, जुआ खेलना व कोई भी नशा करना घोर अपराध माना जाता है. गांव में यह परंपरा ऐसे दौर में आज भी कायम है. बावजूद इसके इस गांव में सरकार की महत्वकांक्षी योजनाएं दम तोड़ रही हैं.
*गांव में आज तक नहीं हुई चोरी*
पन्ना के अजयपाल की नगरी अजयगढ़ का यह नशा मुक्त अनोखे गांव का नाम बरोली है. यह गांव पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील में आता है. इस गांव की आबादी लगभग पांच हजार है. जिसमें हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग रहते हैं. बताया जाता है कि इस गांव में अधिकांश लोग इंडियन आर्मी में हैं. इस गांव की खासियत यही है कि इस गांव में कोई भी शराब नहीं पीता है और न ही जुआ खेलता है. इसी वजह से इस गांव में आज तक कोई चोरी नहीं हुई. नशा मुक्त की यह परम्परा इस गांव के लोगों ने इस दौर में आज भी कायम कर रखी है. लेकिन गांव में विडंबना यह है कि इस गांव का विकास जीरो है. आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी फौजियों के इस गांव में कोई विकास नहीं हुआ है. यहां न अच्छी सड़कें है, न अच्छी स्वास्थ्य सुविधा है. गांव में चारों तरफ गंदगी का अंबार है. केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान इस गांव में पूरी तरह दम तोड़ रही है. स्वच्छता के नाम पर इस गांव की गलियों में सिर्फ गंदगी ही गंदगी है.
*योजनाओं के लाभ के लिए किए जाएंगे प्रयास*
वहीं मामले को लेकर जनपद पंचायत अजयगढ़ सीईओ का कहना है कि यह वाकई अच्छी बात है कि आज के समय में भी इस गांव में इस तरह का माहौल है. गांव में क्या समस्या है, इस बात की जांच करवाई जाएगी और गांव का विकास हो, वहीं लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके, इसके लिए प्रयास किये जायेंगे.
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