भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा और इसके साथ ही चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत भी होगी। यह कोरोना काल में भारत में होने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला भी होगी। उधर देश में कोरोना के कम होते प्रभाव और टीकाकरण के शुरू होने के बाद केंद्र सरकार ने भी कोविड-19 को लेकर जारी नए दिशानिर्देशों के तहत खेल स्थलों में क्षमता के 50 प्रतिशत दर्शकों को आने की स्वीकृति दे दी है। इसके बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि दूसरे क्रिकेट टेस्ट में दर्शकों को आने की स्वीकृति दी जा सकती है। 
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) ने इससे पहले भी दर्शकों के प्रवेश पर चर्चा की थी लेकिन बाद में पहले दो मैचों का आयोजन खाली स्टेडियम में कराने का फैसला किया गया। हालांकि सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की आवाजाही को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के नवीनतम दिशानिर्देशों के बाद अब स्थिति बदल गई है।
टीएनसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘पांच फरवरी से शुरू हो रहे पहले टेस्ट के लिए दर्शकों को आने की स्वीकृति देने के लिए समय नहीं है क्योंकि हमें शनिवार को ही सरकारी अधिसूचना मिली। आप इतने कम समय में दर्शकों के प्रवेश का इंतजाम नहीं कर सकते।’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन हां, नवीनतम दिशानिर्देशों के बाद पूरी संभावना है कि 14 फरवरी से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में दर्शकों को आने की स्वीकृति मिल सकती है।’
 
दोनों टीमों के बीच अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में होने वाले तीसरे और चौथे टेस्ट के लिए दर्शकों को आने की स्वीकृति मिलना तय है। बीसीसीआई के सूत्र ने कहा कि बोर्ड के शीर्ष अधिकारी और टीएनसीए के अधिकारी सोमवार से बैठकें करके दर्शकों के प्रवेश का खाका तैयार करेंगे।

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