*सरकारी दावे की खुली पोल,मण्डी स्थल स्थित धानक्रय केंद्र भारी अव्यवस्था का शिकार*.                                                 (केंद्र पर कई दिनों तक दौड़ाने और इंतजार कराने पर भी सभी किसानों के धान‌ की नहीं हो रही नियमित खरीद, बिचौलियों का बोलबाला)
कर्नलगंज (गोण्डा) ।। देश व‌ प्रदेश में सत्ता पर काबिज भाजपा सरकार किसानों की हितैषी होने और उनकी आय दुगुनी करने के  साथ ही फसल का उचित मूल्य दिलाने के चाहे जितने दावे किये जाने रहे हों पर वह धरातल पर दिखाई नहीं दे रहे हैं।जिसका मुख्य कारण सरकार की निरंकुश कार्यप्रणाली होने के चलते जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों की मनमानी,दांव पेंच के साथ ढुलमुल रवैया बदस्तूर जारी है। जिसके चलते धरती का अन्नदाता व भगवान कहा जाने वाला किसान अपनी फसल को विक्रय करने और उचित मूल्य पाने से वंचित हो रहा है। गेंहू आदि की अगली फसल की बोवाई की व्यवस्था के लिये अपनी कड़ी मेहनत व लागत से पैदा की गयी धान की फसल को औने-पौने बेचने को विवश हो रहे हैं।ये बदहाल स्थिति कर्नलगंज तहसील मुख्यालय पर नवीन मंडी स्थल स्थित धान-क्रय केंद्र की है। जहाँ बीते कई सप्ताह से काफी संख्या में किसान अपना धान बिक्री हेतु महीनों पूर्व ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी अपना धान बेचने के लिये लगातार क्रय केंद्र का प्राय: चक्कर लगा रहे  हैं। इसके बावजूद भी कई हफ्तों से उनके धान की तौल,बिक्री नहीं हो पा रही है।किसान ट्राली पर धान लादकर लेकर आते हैं और उन्हें किसी न किसी बहाने वापस लौटा दिया जाता है जबकि अधिकतर पहुंच वाले या निजी लाभ पहुंचाने वाले लोगों का नियम विरुद्ध धान खरीद कर कागजों में धान क्रय की खानापूर्ति की जा रही है। वहीं मंडी स्थल स्थित धान क्रय-केंद्र पर मौजूद रामलखन नामक व्यक्ति की मानें तो गोदाम धान की बोरियों से भरा पड़ा है।जिसे जिम्मेदार क्रय एजेंसी द्वारा यहां से उठाया नहीं गया जिसके कारण अव्यवस्था व्याप्त होनी बताई जा रही है। कर्मचारियों द्वारा इस संबंध में 15 दिनों पूर्व ही संबंधित विभाग,संस्था को सूचना देना कहा जा रहा है।उक्त मौजूद कर्मी रामलखन जो केंद्र प्रभारी शैलेश कुमार सिंह का कार्य देख रहा है का कहना है
कि ऑनलाइन करवाने के बाद किसानों को सीरियल नंबर दिया गया है उसी हिसाब से तौल कराई जा रही है। बावजूद इसके ब्लाक कर्नलगंज अंतर्गत ग्राम पारा निवासी दिलीप सिंह ने बताया कि उन्होंने बीते 6 सितम्बर को व ग्रामसभा मुंडेरवा निवासी रामबहादुर सिंह ने कुछ दिनों पूर्व ऑनलाइन करवा दिया था और तभी से वह प्राय: केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अभी तक उनके धान की खरीद नहीं की गई है।वहीं ब्लाक हलधरमऊ अंतर्गत ग्रामसभा पंडरिया के निवासी जगदम्बा प्रसाद द्वारा गत 31 अक्टूबर को व गांव कमालपुर के किसान अवधेश ने 11 अक्टूबर को ऑनलाइन करवाने की बात बताते हुये कहा कि हम सीरियल नंबर के अनुसार तौल करवाने के लिये आये थे फिर भी अब तक हमारा धान नही तौला गया है। अपना धान बेचने के लिये काफी दिनों से परेशान कई किसान मंगलवार को मण्डलायुक्त द्वारा औचक निरीक्षण की भनक लगते ही मंडी समिति स्थित धान क्रय केंद्र भी पहुंच गये थे। वह ऑनलाइन का कागज लेकर अपनी समस्या व पीड़ा आयुक्त से व्यक्त करना चाह रहे थे,परन्तु आयुक्त के उक्त केंद्र पर ना आने से उन्हें मायूस होकर बैरंग लौटना पड़ा। पीड़ित किसानों ने बताया कि यदि हम सबका धान शीघ्र ही तौला और खरीदा नहीं गया तो हम सभी किसान गेंहू की फसल की बोवाई नही कर पायेंगे।परेशान किसानों द्वारा कहा गया कि यदि दो-तीन दिनों में हमारा धान नही खरीदा गया तो हम सब सामूहिक रूप से कमिश्नर से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करायेंगे और आवश्यकता पड़ी तो धरना प्रदर्शन भी करेंगे।इस दौरान मंडी समिति पर किसानों के समर्थन में कमिश्नर से शिकायत दर्ज कराने आये भाजपा नगर अध्यक्ष संजय यज्ञसैनी,भाजपा नेता श्याम किशोर मिश्रा,अर्चित पाण्डेय आदि लोगों ने कहा कि किसानों का समय से धान न बिकने से एक ओर जहाँ उन्हें अपनी फसल उचित मूल्य नही मिल पा रहा है।दूसरी ओर सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है और सरकार की किरकिरी भी‌ हो रही है,इसके जिम्मेदार क्रय केंद्र प्रभारी व मौजूद कर्मचारी होंगे।उन्होंने कहा यदि शीघ्र व्यवस्था ना सुधरी तो हम लोग किसानों को साथ लेकर पार्टी हाईकमान से मिलकर अपनी बात रखेंगे।वहीं क्षेत्र के अनेकों किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों पर धान खरीद में नमी के नाम पर अधिक कटौती व मनमानी का भी‌ आरोप लगाया है।तौल में अधिक कटौती को लेकर किसानों में भारी आक्रोश है।प्रशासन की लापरवाही व निरंकुश कार्यप्रणाली के चलते किसानों को बिचौलियों के हाथ अपनी उपज औने-पौने दामों में बेचनी पड़ रही है।किसानों  ने कहा कि धान खरीद में सरकारी क्रय केंद्रों पर नमी के नाम पर निर्धारित मात्रा से अधिक की कटौती की जा रही है। क्रय केंद्र पर धान को पंखे से झराई के समय भी काफी अनियमितता कर अनुपयुक्त धान,भूसी के साथ उसके आंड़ में काफी मात्रा में साबुत सही धान की झराई में अवैध निकासी कर शोषण कर क्रय एजेंसी के केन्द्र प्रभारी व मौजूद कर्मचारी धान खरीद में जमकर मनमानी कर रहे हैं। वहीं उक्त केन्द्र पर प्रभारी के ना मिलने पर जब सरकारी बैनर पर दिये गये नंबर पर केंद्र प्रभारी शैलेश कुमार सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो संपर्क नहीं हो सका।जिससे उक्त समस्या से किसान काफी व्यथित और आक्रोशित दिखाई पड़ रहे  है।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने