प्रयागराज की जीरो रोड यानी शून्य रोड, चौक इलाके में स्थित क्लाक टावर या घंटाघर के ठीक पहले शुरू होती है और उत्तर-पूर्व दिशा में करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चंद्रलोक सिनेमा हाल के चौराहे पर खत्म हो जाती है। इस मार्ग पर पहले अजंता, रूपबानी, चंद्रलोक जैसे सिनेमा हाल भी थे जो वर्तमान में शॉपिंग कांप्लेक्स के रूप में तब्दील हो चुके हैं। इसी सड़क पर रोडवेज का जीरो रोड बस अड्डा भी स्थित है जहां से मध्य प्रदेश, मीरजापुर आदि को बसें संचालित होती हैं।
जीरो रोड ब्रिटिश काल में शहर का केंद्र बिंदु माना जाता था। प्रयागराज से दूसरे शहरों की दूरी यहीं से निर्धारित होती थी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के अध्यक्ष रहे प्रो. योगेश्वर तिवारी बताते हैं कि ब्रिटिश भारत में दूरी की गणना मील से की जाती थी। शहर का मध्य भाग होने के कारण उस समय इस सड़क पर जीरो मील का पत्थर लगाया गया था जिसके कारण इस सड़क को ब्रिटिश हुकूमत में जीरो रोड कहा जाता था
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