गिरजा शंकर गुप्ता
 अंबेडकर नगर 19 फरवरी 2021। किसानों पर बिल का भार अधिक पड़ने के कारण उनकी खेती पर भी असर पड़ता है
शासन की ओर किसानों के लिए सब्सिडी पर सोलर पंप योजना शुरू की गई, ताकि वे बिना बिजली और डीजल की खपत किए हुए सिंचाई कर सकें। इसके लिए शासन ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों से आवेेदन मांगें। जिले से दो दर्जन से अधिक किसानों ने आवेदन किया, लेकिन विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से किसी किसान को योजना का लाभ नहीं मिल सका।
किसानों को गर्मी में सबसे ज्यादा फसलों की सिंचाई परेशान कर देती है। बिजली का भरोसा नहीं है, कब और कितनी देर तक आए, वहीं डीजल की बढ़ी कीमत ने तो पहले ही उनकी कमर को तोड़कर रख दिया है। इस समस्याओं से छुुटकारा दिलाने के लिए शासन की ओर से सोलर पंप योजना को करीब पांच साल पहले शुरू किया गया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की हीलाहवाली की वजह से किसानों को योजना का लाभ नहीं मिला। इसी क्रम में शासन की ओर से सत्र 2020-21 के लिए भी 35 किसानों को सब्सिडी पर योजना का लाभ देने का फैसला किया गया। इसके लिए  किसानों ने आवेदन भी किया। योजना के नियमानुसार  किसानों ने बैंक ड्राफ्ट भी जमा कर दिए, नाम न छापने की शर्त पर किसान द्वारा बताया गया विभागीय अधिकारियों और कर्मचारी सुशील कुमार मौर्य टीए  वर्ग 3 की लापरवाही की वजह से किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल सका। न्याय पंचायत स्तर के वर्ग 3 के फील्ड कर्मचारी  द्वारा लिया जा रहा है। वर्ग एक का कार्य कर रहे सुशील मौर्य लंबे दिनों से  लाभ के पद पर  तैनात हैं जबकि इनका  इनकी पोस्टिंग न्याय पंचायत स्तर पर होनी चाहिए । जबकि जिले को 35 सोलर पंप वितरित करना था परंतु महज 10 किसानों को ही सोलर पंप दिया जा सका।
कृषि विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे किसान। योजनाओं का नहीं मिल रहा किसानों को पूरा लाभ।

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