प्रेरणा लक्ष्य ऐप का किया शुभारम्भ
बेसिक शिक्षा विभाग निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है
प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें करायी जा रही है
बच्चों को बेहतर ढंग से आॅनलाइन शिक्षा प्राप्त करने का कार्य किया जा रहा है
शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को नवीन एवं तकनीक शिक्षा प्रदान करने हेतु शिक्षकों को आॅनलाइन प्रशिक्षित करने का कार्य भी किया जा रहा है
कक्षा-कक्षों के रूपांतरण हेतु अनेक शैक्षणिक कार्यक्रमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है
प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों द्वारा शिक्षण तकनीकों को आत्मसात किया जा रहा है
मिशन प्रेरणा के अन्तर्गत विद्यालयों तथा कक्षा-कक्षों के रूपान्तरण हेतु विभिन्न क्रियाकलाप एवं गतिविधियाँ की जा रही हैं
-डा0 सतीश चन्द्र द्विवेदी
लखनऊ, दिनांक 23 फरवरी, 2021
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 सतीश चन्द्र द्विवेदी ने कहा कि उ0प्र0 के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशन में बेसिक शिक्षा विभाग निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री जी बच्चों की शिक्षा के प्रति बहुत ही चिंतित रहते है और बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसका प्रयास लगातार करते है। मुख्यमंत्री जी के दिशा-निर्देशन में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर, चहार दीवारी, शौचालय, स्वच्छ पेयजल, विद्युतीकरण सहित आदि सभी आवश्यक व्यवस्थायें करायी जा रही है। बच्चों को बेहतर ढंग से आॅनलाइन शिक्षा प्राप्त करने का कार्य किया जा रहा है। शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को नवीन एवं तकनीक शिक्षा प्रदान करने हेतु शिक्षकों को आॅनलाइन प्रशिक्षित करने का कार्य भी किया जा रहा है।
डा0 द्विवेदी ने आज बेसिक शिक्षा निदेशालय निशातगंज लखनऊ स्थित एस0सी0ई0आर0टी0 के सभागार में प्रेरणा लक्ष्य ऐप का शुभारम्भ करने के उपरान्त यह बाते कही। उन्होंने कहा कि प्रेरणा लक्ष्य एप एक परिवर्तनात्मक असेसमेंट टूल है, जिसके माध्यम से शिक्षकों एवं अभिभावकों द्वारा यह जानकारी की जा सकेगी कि बच्चों के सीखने का स्तर क्या है तथा उन्हें कक्षावार बच्चों की कौन सी दक्षताओं की सम्प्राप्ति के लिए अधिक ध्यान दिया जाना है।  प्रेरणा लक्ष्य एप च्संल ैजवतम पर उप्लब्ध है तथा यह पूर्णतः निःशुल्क है। एप का प्रयोग आफलाइन किया जा सकता है। प्रेरणा लक्ष्य एप का ळववहसम के ‘त्मंक ।सवदह’ एप के साथ समन्वय किया गया है, जिसके माध्यम से बच्चे का व्तंस त्मंकपदह थ्सनमदबल (व्त्थ्)ए ।दंसलजपबंसए ब्वहदपजपअमए ब्वउचतमीमदेपवद आदि का आकलन किया जा सकेगा। इस एप में एस0सी0ई0आर0टी0 द्वारा विषय विशेषज्ञों के माध्यम से बच्चों के उपयोगार्थ विस्तृत प्रश्नों का निर्माण किया गया है।
 
 डा0 द्विवेदी ने कहा कि बुनियादी भाषा एवं गणित पर विशेष ध्यान केन्द्रित किये जाने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री जी द्वारा बेसिक शिक्षा के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सितम्बर, 2019 में महत्वाकांक्षी मिशन प्रेरणा का शुभारम्भ किया गया था। भारत सरकार द्वारा 2020 में घोषित की गई नई शिक्षा नीति में भी बुनियादी गणित एवं भाषा शिक्षण को प्राथमिकता दी गई है। सभी परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को बुनियादी भाषा एवं गणित में सफल बनाने के लिए एवं मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु मिशन प्रेरणा एवं प्रेरणा तकनीकी फ्रेमवर्क का शुभारम्भ किया गया है। इस फ्रेमवर्क के अंतर्गत विद्यालयों तथा कक्षा-कक्षों के रूपांतरण हेतु अनेक शैक्षणिक कार्यक्रमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। कक्षाओं के शैक्षणिक परिवेश को छात्रों के बौद्धिक विकास के लिए अनुकूल बनाने हेतु प्रिंट समृद्ध बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल औपचारिकता न रहकर छात्र-छात्राओं के विकास का साधन बने, इसके लिए एक नया लर्निंग आउटकम फ्रेमवर्क तैयार किया गया है, जिसमें शिक्षकों को अधिगम स्तरों की सूची भेजी गई है। इसके आधार पर कक्षाओं का संचालन किया जाना है। शिक्षकों की शिक्षण विधा एवं कौशल विकास के लिए हस्तपुस्तिकाएँ एवं क्रियान्वयन संदर्शिकाएँ भी भेजी गयी हैं। साथ ही डिजिटल वीडियो एवं प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों द्वारा शिक्षण तकनीकियों को आत्मसात किया जा रहा है। मिशन प्रेरणा प्रदेश के समस्त 1.35 लाख परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु उत्तर प्रदेश सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।  इस कार्यक्रम को बुनियादी शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के उद्देश्य से प्रारम्भ किया गया है।
डा0 द्विवेदी ने कहा कि मिशन प्रेरणा के अन्तर्गत विद्यालयों तथा कक्षा-कक्षों के रूपान्तरण हेतु विभिन्न क्रियाकलाप एवं गतिविधियाँ संपादित की जा रही हैं। जो इस प्रकार है, सभी परिषदीय विद्यालयों में पुस्तकालय हेतु 500 से 1000 एन०सी०ई०आर०टी० की पुस्तकों से युक्त क्रियाशील पुस्तकालय एवं रीडिंग कार्नर स्थापित किये जा रहे, सभी परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं द्वारा एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग के लिए गणित किट दी जा रही,    प्रिंटरिच वातावरण के लिए कक्षा-कक्षों की दीवारों पर चस्पा करने हेतु पोस्टर तथा अध्यापक-छात्र संवाद चार्ट जनपदों को भेजे गये,   बुनियादी शिक्षा कौशल विकास हेतु प्रत्येक छात्र को ग्रेडेड रीडिंग बुक्स देने की कार्यवाही गतिमान है,  समस्त अभिभावकों को छात्र-छात्राओं की प्रगति का रिपोर्ट कार्ड साझा किया गया है एवं विद्यालय का रिपोर्ट कार्ड विद्यालय में प्रदर्शित किये जाने की व्यवस्था की गयी है,  बुनियादी शिक्षा एवं उपचारात्मक शिक्षा हेतु शिक्षक हस्तपुस्तिकायें-आधारशिला, ध्यानाकर्षण, शिक्षण संग्रह एवं आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिकायें तथा प्रत्येक शिक्षक को शिक्षक डायरी उपलब्ध करायी गयी हैं,   बुनियादी शिक्षा पर सभी शिक्षकों को 100 घण्टे से अधिक का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है,   अभिभावकों को दीक्षा एवं रीड एलांग ऐप डाउनलोड कर बच्चों को पढ़ने हेतु प्रेरित किया जा रहा है,  इन हस्तपुस्तिकाओं में दी गयी शिक्षण तकनीकियों एवं बुनियादी शिक्षा पर आधारित लगभग 100 वीडियो विकसित किये गये हैं, जिसे शिक्षण कार्य हेतु शिक्षकों द्वारा प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान लम्बे समय तक बच्चों के लिए विद्यालय बन्द होने के कारण उनकी दक्षताओं पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव के कारण बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने एवं उनकी दक्षताओं को बढ़ाने के दृष्टिगत 100 दिन का ’’प्रेरणा ज्ञानोत्सव’’ कैम्पेन आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अन्तर्गत ’समृद्ध’ हस्तपुस्तिका पर आधारित रिमीडियल एवं एक्सिलिरेटेड टीचिंग एवं शासनादेश में वर्णित विभिन्न गतिविधियों (यथा- शिक्षा चैपाल के माध्यम से सामुदायिक सहभागिता, बेस लाइन व एण्डलाइन एसेसमेण्ट, क्लासरूम ट्रांसफार्मेशन, शपथ दिलाया जाना आदि) का आयोजन सुनिश्चित किया जायेगा।
 
      डा0 द्विवेदी ने कहा कि मिशन प्रेरणा बेसिक शिक्षा विभाग का फ्लेगशिप कार्यक्रम है। ’’मिशन प्रेरणा’’ के प्रभावी क्रियान्वयन के सम्बन्ध में कक्षा 1-5 तक के छात्र-छात्राओं के लिए हिन्दी और गणित विषयों में फाउण्डेशनल लर्निंग गोल्स निर्धारित किये गये हैं एवं 80 प्रतिशत छात्र-छात्राओं द्वारा वर्ष 2023 तक ग्रेड काॅम्पिटेंसी प्राप्त किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। तत्क्रम में बेसिक शिक्षा के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक निर्देश फरवरी, 2020 में निर्गत किया गया है, जिसमें कक्षा 1-5 के बच्चों में गणित एवं भाषा में अपेक्षित अधिगम सुनिश्चित करने के लिये मिशन प्रेरणा हेतु विभिन्न फाउण्डेशनल लर्निंग गोल्स (प्रेरणा लक्ष्य) निर्धारित किये गये हैं।
 
     
      इस अवसर पर वरिष्ठ विशेषज्ञ श्री रोहित त्रिपाठी ने कहा कि प्रेरणा लक्ष्य एप पूर्णतः निःशुल्क है। यह प्रेरणा लक्ष्य एप का प्रयोग आॅफलाइन भी किया जा सकता है। इस एप के माध्यम से बच्चों के आकलन के फलस्वरूप शिक्षक उन बच्चों पर विशेष फोकस कर सकेंगे, जिनके द्वारा वांछित दक्षताएँ हासिल नहीं की जा सकी हैं। इस एप के माध्यम से अभिभावक भी अपने बच्चों  को प्रेरणा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रेरित कर सकते हैं तथा बच्चों के शैक्षिक सम्प्राप्ति स्तर में सहभागी बन सकते हैं। इस एप के द्वारा विद्यार्थियों के प्रेरणा लक्ष्य प्राप्त करने के पश्चात प्रेरक बालक/बालिका के रूप में घोषित किया जायेगा। इसके माध्यम से प्रेरक विद्यालय/प्रेरक विकासखण्ड के थर्ड पार्टी मूल्यांकन के लिये पहले से ही सकारात्मक वातावरण का सृजन हो सकेगा।
इस अवसर पर निदेशक बेसिक शिक्षा श्री सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह सहित अन्य सम्बन्धित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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