गोंडा – वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से महीनों विद्यालय बंद रहे।लगातार फैल रहे वायरस से स्वास्थ्य विभाग छात्रों के नेत्रों का परीक्षण नहीं कर पाया।इसी के मद्देनजर नि:शुल्क चश्मा वितरण योजना विभाग की परवान नहीं चढ़ सकी।हालांकि, अब ज्यादातर विद्यालय खुल गए है,तो छात्रों की आंखों की जांच की कार्य योजना विभाग ने बनाई है।प्रत्येक सीएचसी के लिए सीएमओ ने आदेश भी जारी कर दिए है। आपको बता दें,कि कोरोना काल में विद्यालयों तक केवल आनलाइन पढ़ाई का तो दबाव रहा है, अन्य उनके स्वास्थ्य पर किसी का ध्यान नहीं रहा। जबकि मोबाइल पर पढ़ाई करने से नजरें कमजोर हुईं, और बच्चों की आंखों तक में दर्द की शिकायत बढ़ी है। लगातार एक ही स्थान पर बैठे रहने से कमर और गर्दन में दर्द भी बच्चों ने सहा है और सह रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पढ़ने वाले छात्रों की आंखों की जांच कराने के लिए कार्य योजना बना ली है। इसी अनुक्रम में बृहस्पतिवार को कस्बा व बाजार इटियाथोक स्थित जनता इंटर कॉलेज में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटियाथोक में कार्यरत वरिष्ठ नेत्र परीक्षण अधिकारी श्यामलाल गौतम ने 454 छात्र-छात्राओं का नेत्र परीक्षण किया।जिनमें से 38 विद्यार्थियों को चश्मा लगाने की सलाह दी गई।डॉ गौतम ने बताया, कि इन सभी बच्चों को निःशुल्क चश्मा दिया जाएगा।इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य स्टाफ का पूर्ण सहयोग किया।
रिपोर्ट- सूरज कुमार शुक्ला गोंडा

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