श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को 7.5 रुपये/यूनिट लागत की बिजली 1.20 रुपये प्रति यूनिट और गरीब को सौ यूनिट तक 3 रुपये प्रति यूनिट में दे रही है। गरीब और किसान को सस्ती बिजली देने के लिये पावर कॉर्पोरेशन को 12,500 करोड़ रुपये की सालाना सब्सिडी दी जा रही है। यह सब्सिडी पूर्व सरकार में केवल 5600 करोड़ रुपये थी।
पिछली सरकारों में किसान सिंचाई के लिए ठंड में ठिठुरते हुए रात भर जागता था, अब भाजपा सरकार फीडर सेपरेशन कर दिन में सिंचाई के लिए सुबह 7 बजे से शाम 5 तक बिजली दे रही है। गांवों को रोज 18 घंटे और पूर्व सरकारों की तुलना में 54% ज्यादा बिजली दी जा रही है।
पिछली सरकारों में किसान बिजली न मिलने से डीजल से सिंचाई के लिए मजबूर थे उन्हें प्रति यूनिट 25 रुपये का खर्च आता था। भाजपा सरकार में सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली मिल रही है। पर्याप्त बिजली मिलने से खर्च अब 1.20 रुपये प्रति यूनिट आ रहा है।
अधिकारियों को योगी सरकार के निर्देश हैं कि किसानों के ट्यूबवेल का डिस्कनेक्शन नहीं डोर नॉक करें। सही बिल-समय पर बिल जारी करें और उन्हें बिल भरने के लिए प्रेरित करें।
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