भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखे गए पुनर्निमित मोटेरा स्टेडियम में खेला गया डे-नाइट टेस्ट मैच महज दो दिन में ही खत्म हो गया। दूधिया रोशनी के नीचे पिंक बॉल से हुए इस मुकाबले में मेजबान भारतीय टीम ने अंग्रेजों को 10 विकेट से मात दी। इस जीत के साथ ही चार मैच की टेस्ट सीरीज में कोहली सेना को 2-1 की अहम बढ़त भी मिल गई। अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में इंग्लैंड की दावेदारी लगभग खत्म हो चुकी है। यह ऑस्ट्रेलिया के लिए ऑक्सीजन से कम नहीं।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लिश टीम सिर्फ 112 रन पर सिमट गई। जवाब में भारतीय बल्लेबाज भी कुछ खास नहीं कर पाए 145 रन के साथ उन्हें 33 रन की मामूली बढ़त मिली। अपनी दूसरी पारी में तो इंग्लैंड की हालत और खराब थी। 81 रन पर आउट होने के बाद भारत के सामने मेहमानों ने 49 रन का आसान लक्ष्य रखा, जिसे रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने मिलकर 7.4 ओवर में ही पा लिया और 10 विकेट से भारत की जीत सुनिश्चित की।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पिच पूरी तरह से बल्लेबाजों के लिए कब्रगाह बनी हुई थी। दो दिन में 30 विकेट गिरे, जिसमें 28 विकेट स्पिनर्स ने चटकाए। इंग्लैंड की तरफ से पहली पारी में कामचलाऊ ऑफ स्पिनर जो रूट ने आठ रन देकर पांच और बाएं हाथ के स्पिनर जैक लीच ने 54 रन देकर चार विकेट लिए।
इससे पहले का रिकॉर्ड 101 रन था जो उसने 1971 में ओवल में बनाया था। पहली पारी में छह विकेट लेने वाले अक्षर ने नई गेंद संभाली और पहली गेंद पर जॉक क्राउली को बोल्ड करके उन्हें गलत लाइन पर खेलने सजा दी। वह पारी की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले दुनिया के चौथे और अश्विन के बाद भारत के दूसरे स्पिनर बने।
अक्षर डीआरएस के कारण अपनी हैट्रिक पूरी नहीं कर पाए, लेकिन तीसरी गेंद पर जॉनी बेयरस्टो को बोल्ड करने में सफल रहे, उन्होंने पहली पारी की आखिरी गेंद पर विकेट लिया था। अक्षर ने इसके बाद दूसरे सलामी बल्लेबाज डॉम सिबली को पवेलियन भेजा।
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