डॉ रवि शास्त्री।
जिला आर्य प्रतिनिधि सभा एवं आर्य वीर दल के द्वारा एससी बोस विद्यापीठ बड़ौत में स्वामी दयानंद सरस्वती
आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती के 198 वे जन्मदिवस को यज्ञ द्वारा उत्साह पूर्वक मनाया गया।
वैदिक प्रचारक आचार्य धर्मवीर आर्य ने कहा आर्य समाज एक राष्ट्रभक्त संगठन है ।राष्ट्र उत्थान के लिए स्वामी दयानंद सरस्वती की प्रेरणा से गुरुकुलो के माध्यम से क्रांतिकारियों को तैयार करने का काम किया गया। स्वामी दयानंद की प्रेरणा पाकर भगत सिंह ,पंडित राम प्रसाद बिस्मिल ,लाला लाजपत राय, सुभाष चंद्र बोस जैसे सैकड़ों क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। हम उनके जीवन के आदर्शों को आत्मसात कर आगे बढ़े।
आर्य वीर दल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मंत्री रवि शास्त्री ने कहा चरित्र निर्माण के द्वारा ही राष्ट्र का उत्थान संभव है। हमारी नौजवान पीढ़ी नशे जैसी सामाजिक बुराई के विकार में फंसती जा रही है। नौजवान पीढ़ी महर्षि दयानंद की विचारधारा को आत्मसात कर भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का काम करें ।आज समाज में अनेक बुराइयां हो गई है। दहेज प्रथा,मृत्यु भोज ,खेत की मेड पर खूनी संघर्ष ,डीजे, शराब का चलनआदि बुराइयां हो गई है। जिससे समाज भयंकर पतन हो रहा है।
जयंती के अवसर पर सभी आर्य जनों ने राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेते हुए सामाजिक बुराइयों के खात्मे के लिए आर्य समाज का आंदोलन लगातार चलाने के लिए प्रचार प्रसार का निर्णय लिया गया।
भजनों के द्वारा बच्चों का मार्गदर्शन किया गया।
प्रधानाचार्य राजपाल सिंह, महाशय अशोक प्रबोध, कर्मवीर आर्य, सविता आर्या, तिरसपाल विमल, विजय सिंह राठी, राजवीर आर्य, धर्मेंद्र आर्य, योगेंद्र, विश्व बंधु शास्त्री, प्रमोद आर्य ,यशवीर आर्य ,कृष्णपाल,अरुण शर्मा, बिट्टू ,सुशील त्यागी, नीतू सिंह आदि उपस्थित रहे।
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