NCR News:आंदोलन कर रहे किसानों ने बुधवार को दमन विरोधी दिवस मनाया। किसानों ने तहसील और जिला मुख्यालयों पर जाकर राष्ट्रपति के नाकिम ज्ञापन सौंपा। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने इसको लेकर राष्ट्रपति के सचिव को ई-मेल भेजी है। वहीं, आगरा में किसान नेता राकेश टिकैत ने लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी संसद कूच का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि कृषि कानून वापस नहीं हुए तो अबकी बार हल क्रांति होगी और किसान संसद में जाकर ट्रैक्टर चलाएंगे। वहां जो पार्क है, उसमें गेहूं-मक्के की बिजाई करेंगे। ट्रैक्टर वहां पक्का चलेगा, सिर्फ सड़क छोड़ेंगे। यह भी कहा कि ट्रैक्टर और जेली लेकर जाएंगे। साथ ही कहा कि मुझे पता है कि इसके बाद मुझे 12-13 साल तिहाड़ जेल में रहना पड़ेगा, लेकिन कम से कम किसान तो आजाद हो जाएगा।फिर हमें कोई दिक्कत नहीं होगी। मुकदमा लगेगा तो हमें जेल में रहना होगा। यही कानून है। उन्होंने कहा कि तारीख मैं नहीं बताऊंगा, तारीख संयुक्त मोर्चा तय करेगा। दूसरी तरफ, कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त मोर्चा की 7 सदस्यों वाली कोर कमेटी और 2 निमंत्रित सदस्यों की बैठक हुई। इसमें भी टिकैत के बयान को लेकर चर्चा हुई और इस पर कुछ सदस्य नाराज दिखे।
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