डीएम मार्कण्डेय शाही मंगलवार को अध्यापक की भूमिका में नजर आए। आर्थिक तंगी के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी ना कर पा रहे बच्चों को डीएम ने एलबीएस पीजी कॉलेज में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत पढ़ाया।
   जिलाधिकारी ने बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा यूपीएससी, यूपीपीएससी, नीट, जेईई जैसी परीक्षाओं की तैयारी के टिप्स दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि तैयारी कब कैसे और क्या करें जिससे प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिले। उन्होंने बताया कि सिविल सेवा की परीक्षा पास करने के लिए कौन सा न्यूज़पेपर पढ़ें, कौन सा न्यूज़ चैनल देखें, नोट्स कैसे तैयार करें, रेडियो प्रोग्राम कौन सा सुने, इसके साथ ही साथ यह भी मंत्र दिया कि जब तक लक्ष्य हासिल ना हो जाए तैयारी के अलावा अन्य क्रियाकलापों से दूर रहें। जिलाधिकारी ने प्रतियोगी बच्चों से कहा कि परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए सबसे पहले सिलेबस की जानकारी होनी चाहिए। विगत परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों को अवश्य पढ़ें। सिविल सेवा की परीक्षा में कब-कब क्या-क्या बदलाव हुए हैं इसकी जानकारी जरूर रखें। उन्होंने कहा कि क्लेरिटी आफ कॉन्सेप्ट और क्लेरिटी आफ थॉट यह दो महत्वपूर्ण बिंदु है जिसके आधार पर सिविल सेवा की तैयारी की जा सकती है। उन्होंने बच्चों से कई सवालों के माध्यम से संवाद स्थापित किया और कहा कि यूपीएससी लगातार परीक्षा के ट्रेंड चेंज कर रही है, इसलिए लेटेस्ट चीजों से अपडेट रहें और उसी हिसाब से तैयारी करें। जिलाधिकारी ने बताया कि अभ्युदय योजना के तहत जिले में 11740 विद्यार्थियों ने अब तक पंजीकरण कराया है जिसमें यूपीएससी के लिए 5860, यूपीपीएससी के लिए 70, यूपीएससी/ यूपीपीएससी इंटरव्यू के लिए 149, एनडीए के लिए 569, सीडीएस के लिए 218, जेईई के लिए 677 नीट के लिए 1607 तथा अन्य परीक्षाओं के लिए 1740 बच्चों सहित कुल 11740 बच्चो ने पंजीकरण कराया है।
 इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी, डीडी समाज कल्याण जितेंद्र सिंह, प्राचार्य डॉ वंदना सारस्वत, प्रोक्टर डॉ जितेंद्र सिंह, ओएसडी शिवराज शुक्ला सहित प्रतिभागी छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
रिपोर्ट - सूरज कुमार शुक्ला 

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