मथुरा ||  गिरिराज तलहटी गोवर्धन के आन्यौर परिक्रमा मार्ग रामानंद आश्रम में चल रहे रामानंदचार्य जयंती महोत्सव के दौरान श्री राम लीला महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को श्रीराम जानकी विवाह लीला का भाव पूर्ण मंचन किया गया।जिसमें जगह जगह से राजा महाराजाओं ने धनुष तोड़ने का प्रयास किया लेकिन सब महापुरुष धनुष तोड़ने में नाकाम रहे।मंचन के दौरान राजा जनक को लगा कि इस धरती पर कोई ऐसा महापुरुष नही है जो शिव धनुष तोड़कर मेरी पुत्री से विवाह रचा सके।जनक की बात सुनकर ऋषि विश्वामित्र आक्रोशित हुए और उन्होंने राजा राम को आदेश दिया।वही श्री राम ने शिव धनुष तोड़कर सीता से विवाह किया।श्री राम द्वारा धनुष तोड़े जाने पर रामानंद ।वही सभी श्रद्धालु भक्तो ने श्री राम का आशीर्वाद लिया।इस मौके पर आश्रम के अध्यक्ष राकेश चतुर्वेदी आश्रम सरंक्षक शंकर लाल चतुर्वेदी कार्यक्रम सयोंजक सत्यम ऋषभ चतुर्वेदी आदि लोग मौजूद रहे।वही यह रामलीला आदर्श रामलीला मण्डल के कलाकारों द्वारा की जा रही है।




राजकुमार गुप्ता 

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