#बीकापुर_अयोध्या
============= केंद्र और प्रदेश की सरकारें जहां एक और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत मिशन शक्ति कार्यक्रम चला रही है वहीं दूसरी ओर बीकापुर पुलिस महिलाओं पर कहर बरपाने में भी पीछे नहीं है। बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के परोमा गांव की महिलाएं जब फरियाद लेकर पहुंची तो दूसरे पक्ष से प्रभावित बीकापुर पुलिस ने दो नवविवाहिता महिलाओं को ही गिरफ्तार कर उनका चालान शांतिभंग के अंदेशे में कर दिया। 
      बीकापुर पुलिस का सबसे बड़ा कारनामा तो उस वक्त देखने को मिला जब मात्र 6 दिन के नवजात दुधमुहे को अपनी गोद में लेकर पुलिस की गिरफ्त में नवविवाहिता एसडीएम बीकापुर के न्यायालय पहुंची। मंजर देख तहसील परिसर में मौजूद हर किसी ने दांतों तले अंगुली जरूर दबा ली हां और हर कोई हतप्रभ रह गया
     मामला बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के चौरे चौकी के परोमा गांव का है। बताया गया है कि दो पक्षों में भूमि विवाद को लेकर काफी दिनों से तनाव व्याप्त था। एक पक्ष का दावा है कि दूसरे पक्ष द्वारा उसकी जमीन पर जबरन निर्माण करवाया जा रहा है। इसकी शिकायत लेकर जब पीड़ित पक्ष पुलिस के पास गया तो पुलिस ने महिला सिपाहियों को भेज कर घर की दो नवविवाहिताओं को गिरफ्तार कर शांति भंग की आशंका में एसडीएम के न्यायालय में पेश कर दिया। जहां पुलिस हिरासत में गिरफ्तार कर एसडीएम के न्यायालय में शायं करीब 6 बजे भेजी गई दोनों महिलाएं की स्थिति ऐसी थी कि देखने वाले दंग रह गए। पुलिस की जद में आई दोनों महिलाएं में से एक की गोद में 6 दिन का नवजात दूधमुहा शिशु था। जो ठंड में परेशान था। जबकि दूसरी महिला नवविवाहिता थी। जो बमुश्किल 2 माह पहले ही शादी के बाद ससुराल आई थी। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद तहसील के अधिवक्ताओं द्वारा भी नाराजगी जताई गई।
        उधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसडीएम बीकापुर केडी शर्मा ने पुलिस की अंधी कार्रवाई पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए पुलिस को जमकर लताड़ लगाई है और प्रकरण में स्पष्टीकरण मांग लिया है। 
     न्यायालय लिपिक को निर्देशित किया कि इस मामले में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखें। देर शाम तक शांति भंग की धारा 151/107/ 116 सीआरपीसी में मुलजिम को रोके जाने से तहसील परिसर में भीड़ जमा थी। दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिवक्ता राम जगत तिवारी और ओम प्रकाश उपाध्याय आदि उपस्थित थे। लोगों में चर्चा है कि एक तरफ सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बीकापुर कोतवाली पुलिस महिलाओं के प्रति उत्पीड़नात्मक कार्यवाही कर रही है जो केंद्र एवं प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फेर रहा है।--------अयोध्या ब्यूरो चीफ डा०ए०के०श्रीवास्तव

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