बर्ड फ्लूू के प्रति फैल रही भ्रान्तियों को दूर करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय

पोल्ट्री फार्माें का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाये व मृत पक्षी की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही की जाये
-पशुधन मंत्री, श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी

जनपदीय अधिकारियों को बर्ड फ्लू के प्रति अत्यधिक जागरूक रहने की आवश्यकता
-कृषि उत्पादन आयुक्त, श्री आलोक सिन्हा

जनपदों द्वारा पोल्ट्री फार्मों की शत-प्रतिशत रिपोर्ट मुख्यालय पर भेजी जाये
-प्रमुख सचिव, पशुधन, श्री भुवनेश कुमार
 
लखनऊः  12 जनवरी, 2021

उत्तर प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य विकास कैबिनेट मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी ने कहा है कि जनता में बर्ड फ्लूू के प्रति फैल रही भ्रान्तियों को दूर करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू से घबराने की नहीं बल्कि सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है। उन्होंने पशुपालन विभाग को प्रदेश के सभी पोल्ट्री फार्माें का नियमित रूप से निरीक्षण करने व मृत पक्षी की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
पशुधन मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी आज यहां योजना भवन में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के मण्डलीय अपर निदेशक एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक में बर्ड फ्लूू के सम्बन्ध में भी गहन समीक्षा की गई। उन्होंनें कहा कि ठंड से मरने वाले पक्षियों की स्पष्ट रिपोर्ट भेजी जाये ताकि कोई भी भ्रामक जानकारी न फैले। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू से निपटने के लिए भारत सरकार और प्रदेश स्तर पर जारी की गयी गाइडलाइन का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।
पशुधन मंत्री ने अधिकारियों को पशुओं की ईयर टैगिंग कार्य में आ रही शिकायतों पर विशेष ध्यान देते हुए उनका निराकरण किये जाने तथा पशुपालकों और किसानों के हित में जोखिम प्रबंधन एवं पशुधन बीमा के कार्यों को गम्भीरता से करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्गीकृत वीर्य द्वारा कृत्रिम गर्भाधान योजना को प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित किया जाय और गुणवत्ता युक्त दुधारू पशुओं के माध्यम से प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को और अधिक बढ़ाया जाये।
पशुधन मंत्री ने अधिकारियों को वृहद गो संरक्षण केन्द्रों की संख्या बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत रूचि लेकर भूमि प्रस्ताव के सम्बंध में तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यक सजगता और सतर्कता और कोविड-19 के नियमों का अनुपालन करते हुए पशु आरोग्य मेलों का आयोजन कराया जाय और अधिक से अधिक किसानों और पशु पालकों को विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों से लाभान्वित किया जाय। उन्होंनेे विभागीय योजनाओं में कम प्रगति वाले जनपदों के प्रति अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए शीघ्र ही लक्ष्य प्राप्त करने एवं कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही करने पर सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा ने जनपदीय अधिकारियों को बर्ड फ्लू के प्रति अत्यधिक जागरूक रहने की आवश्यकता बताते हुए उन्हें सरकार द्वारा जारी आदेशों का अनुपालन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचाव हेतु प्रभावी कदम तत्काल उठाये जाएं और पोल्ट्री फार्मो का तत्काल निरीक्षण किया जाये।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव पशुधन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य विकास श्री भुवनेश कुमार ने जनपदीय अधिकारियों को बर्ड फ्लू के सम्बंध में नियमित निगरानी, निर्धारित संख्या में सैम्पलिंग भेजने, मृत पक्षी की सूचना पर तत्काल जांच कराने,पोल्ट्री फार्मों की शत-प्रतिशत रिपोर्ट मुख्यालय भेजने और जनपदों पर बर्ड फ्लू से बचाव के उपाय के लिए ‘‘क्या करें’’ और ‘‘क्या न करें’’ के लिए मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने के सख्त निर्देश दिये। प्रमुख सचिव ने आवंटित बजट के सापेक्ष जनपदवार व्यय की समीक्षा करते हुए कम व्यय वाले जनपदों को शीघ्र ही बजट का उपयोग विभिन्न योजनाओं में करने और व्यय उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ।
इसके अतिरिक्त समीक्षा बैठक में टीकाकरण कार्यक्रम (एफएमडी एवं एचएस,कुक्कुट विकास नीति अन्तर्गत ब्याज प्रतिपूर्ति की समीक्षा, कामधेनु योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जातियों के लिए बैकयार्ड कुक्कुट पालन, रूरल बैकयार्ड अन्तर्गत सुकर पालन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम, निर्माणाधीन वृहद गो संरक्षण केन्द्रों की स्थिति तथा क्रियाशीलता, जनपदों में छुट्टा निराश्रित संरक्षित गोवंश की स्थिति, मा0 मुख्यमंत्री गोवंश सहभागिता योजना, पशुओं की टैगिंग कार्यक्रम तथा इनाफ पोर्टल पर अपलोड किये जाने की स्थिति की समीक्षा की गयी।
समीक्षा बैठक में पशुधन विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास डाॅ0 एस0के0 मलिक, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डाॅ0 आर0पी0 सिंह, अपर निदेशक डाॅ0 अरविन्द कुमार सिंह, डा0 एस.के. अग्रवाल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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