प्रयागराज में मौसम के अजब- गजब बदलाव के बीच ठंड का असर शिमला जैसे हो गया है। शुक्रवार को 5.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रेकार्ड किया गया। जनपद के लोग कंपकंपा रहे हैं। पहाड़ों से आ रही हवावों ने गलन में इजाफा किया है। हालांकि आज से कम तापमान कल यानी गुरुवार को रहा। जो इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। उधर कोहरे की सघनता भी निरंतर दर्ज की जा रही है। रात में चलने वाले राहगीरों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ रही है।
मौसम विभाग के अनुसार जनवरी तक ठंड के साथ कोहरे का कहर भी देखने को मिलेगा। शीतलहर का का क्रम जारी रहेगा। फरवरी के पहले सप्ताह में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। आगामी तीन दिन के भीतर बारिश के भी आसार हैं।
गुरुवार को न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आद्रता की बात करें तो अधिकतम 100 और न्यूनतम 76 मापी गई। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रेकार्ड किया गया। फरवरी में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की वर्षा होने या ओलावृष्टि होने की आशंका है।
समुद्र विज्ञानी व पर्यावरण के जानकार प्रो. शैलेंद्र रॉय ने बताया कि फरवरी सप्ताह के अंत में बारिश होने की प्रबल संभावना है। पछुआ हवाओं का कहर जारी रहेगा। रात में गलन और सुबह कोहरा देखने को मिलेगा। पहाड़ों पर हुई दोबारा बर्फबारी का असर कुछ दिनों तक छाया रहेगा।
कोहरा, पाला, शीतलहर और धूप नहीं निकलने के कारण कुछ फसलों में कीटों के लगने की आशंका बनी हुई है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि बदलते मौसम में किसान फसलों पर निगरानी रखें और आवश्यकता पड़ने पर उचित उपचार भी करें। वहीं चिकित्सकों ने सलाह दी है कि लोग चाहे घर में हों या बाहर निकल रहे हैं, बच्चे हों या बुज़ुर्ग सभी अपने पहनावे का विशेष ख्याल रखें। ठंड से होने वाली सर्दी जुकाम से बचें।
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