सोमवार को सांसद आजम खान एवं जौहर विश्वविद्यालय के समर्थन में सपाइयों ने प्रदर्शन कर जमकर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
पूर्व विधायक अनवर महमूद खान के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर तहसील गेट उतरौला तक जा रहे सपाइयों को श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे पर ही रोक लिया गया। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम एके गौड़ को सौंपा गया।
आजम खान ने कमजोरो, गरीबों और समाज के दबे कुचले शोषित वर्ग के हाथों में कलम देने के साथ आने वाली पीढ़ियों के मुस्तकबिल को रौशन करने का ख्वाब देखा था। रामपुर की पहचान रामपुरी चाकू से ना होकर रामपुरी कलम से बनाना चाहते थे लेकिन यह तानाशाही सरकार तुगलकी फरमान जारी कर जौहर विश्वविद्यालय के लगभग चौदह सौ बीघा जमीन को कब्जा करने पर आमादा है। जहां एक तरफ भाजपा की सरकार सबका साथ सबका विकास का नारा देते हुए कहती है कि हम अल्पसंख्यकों के एक हाथ में कुरान तो दूसरे हाथ में कंप्यूटर देना चाहते हैं तो वहीं राजनीतिक द्वेष भावना सियासी रंजिश के चलते सरकार द्वारा उठाए जा रहे ऐसे कदम शिक्षा जगत में इसका बहुत ही बुरा दूरगामी परिणाम होगा। जिला सचिव मलिक एजाज अहमद ने कहा कि हिटलर शाही भाजपा सरकार शिक्षण संस्थानों को बर्बाद करने पर आमादा है। ऐसी घोर निंदनीय कार्य को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तानाशाही फरमान को शीघ्र वापस लिए जाने की मांग की।
इस मौके पर सत्रोहन प्रसाद वर्मा, महेश यादव, लकी खान प्रमुख, जद्दनखान पूर्व प्रमुख, बहलोल नियाजी, हाजी शमीम अहमद,मो निजामुल्ला खान, मो उमर, मो अतीक खान, मो ताहिर शाह, शेषराम यादव, दिनेश यादव, दुर्गेश कुमार सभासद, अल्ताफ सभासद, फखरुद्दीन, सुरेश यादव,जावेद अहमद खान, तहजीबुल हसन, हबीब खान, मो इदरीस खान अरुण यादव, जगन्नाथ वर्मा, बब्बू खां, साकिब महमूद, राशिद महमूद, अबूजर खान, मोहम्मद शमी, , अबरार अहमद मोहम्मद हनीफ, मुशाहिद तुर्क, सलमान जमशेद, जमुना प्रसाद, जहूर अहमद, मुमताज अहमद, मोनिश, सहित तमाम समाजवादी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
असगर अली
उतरौला
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know