जिगना। हिन्दुस्तान संवाद

क्षेत्र के रायपुर सर्रोंई गांव मे नहर के कहर से गरीबों का आशियाना उजड़ने लगा है। वहीं पानी में डूबी पचास बीघा फसलें सड़ - गल रही हैं। मंगलवार की भोर मे गांव निवासी नफीसा बानो पत्नी शाह मोहम्मद के कच्चे घर की दीवार धराशाई हो गई। वहीं फारुख अली सहदेव मूलचंद इलियास मुख्तार के घर पानी मे डूबे हुए हैं। घर गिरने के भय से इस सर्द मौसम मे बच्चे - बुजुर्ग हलकान हो गए हैं। लालचंद गुप्ता मनीराम रामलाल जटाशंकर सीताराम किशनलाल महेश विष्णु लउधर लालमणि आदि किसानों ने बताया कि फसलें पानी मे डूबकर चौपट हो गई। ऐसी परिस्थिति मे न केवल दाने - दाने के लिए मोहताज होना पड़ेगा। कृषकों को मलाल इस बात का है कि तटबंध मरम्मत कराने मे लीपापोती की गई नतीजन उन्हें खाद - बीज से भी हाथ धोना पड़ा रहा है। वहीं कार्यदाई संस्था बेलन नहर प्रखंड के सहायक अभियंता प्रमोद सरोज ने बताया कि तटबंध टूटने की सूचना मिलने पर नहर बंद कर दी गई। अवर अभियंता नवरत्न कुमार बी एल सिंह के साथ मंगलवार को सुबह से ही तटबंध मरम्मत कार्य मे जुटे रहे। उन्होंने बताया कि किसानों को मायूस नहीं होने दिया जाएगा। जिलेदार व सींचपाल को प्रभावित किसानों के रकबों की पड़ताल कराई गई है। शीघ्र ही उन्हें क्षतिपूर्ति मुआवजा दिलाया जाएगा। वहीं खेतों से पानी निकालने के चक्कर मे किसानों ने बाबू सर्रोंई से मुख्य सड़क की ओर जाने वाले पक्के मार्ग को काटकर खांई मे तब्दील कर दिया है। नहर के पानी से तालाब लबालब हो रहा है। पीडि़त किसानों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया 

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