आर-सेटी में प्रारम्भ हुआ 06 दिवसीय बी.सी. सखी प्रशिक्षण
चित्र संख्या 01 व 02 तथा फोटो कैपशन
बहराइच 14 जनवरी। बुधवार को देर शाम इण्डियन बैंक स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्थान, बहराइच में डी.डी.एम. नाबार्ड एम.पी. बर्नवाल, क्षेत्रीय प्रबन्धक आर्यावर्त बैंक भिनगा के.के. तिवारी, क्षेत्रीय प्रबन्धक आर्यावर्त बैंक बहराइच डी.के. गुप्ता, वरिष्ट प्रबन्धक इण्डियन बैंक शाखा बुबकापुर विजय शंकर दीक्षित व निदेशक आर-सेटी आशीष कुमार गुप्ता द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर आयोजित 06 दिवसीय बी.सी. सखी (बैंक मित्र) प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 35 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
मुख्य अतिथि डी.डी.एम. नाबार्ड एम.पी. बर्नवाल ने प्रतिभागी महिलाओं को बी.सी. केन्द्र स्थापित करने एवं वित्तीय सुविधा का लाभ जन-जन तक पहुॅचाये जाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बी.सी. केन्द्र की स्थापना से जहाॅ एक ओर सभी महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी वहीं दूसरी ओर अपने-अपने ग्राम पंचायतों में वित्तीय समावेशन का लक्ष्य प्राप्त कर देश के विकास में भी योगदान कर सकेंगी। उन्होंने सभी प्रतिभागी महिलाओं को पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार प्रारम्भ करने की अपेक्षा करते हुए प्रशिक्षण संस्थान द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली निःशुल्क सुविधाओं का पूरा लाभ उठाने की अपेक्षा की। इस अवसर पर प्रवक्ता राजेश कसौधन व अरविन्द कुमार मिश्रा व कार्यालय सहायक सनी कुमार अतुल सिंह भी मौजूद रहे।
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प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण की स्थापित हो रही इकाइयों से किसानों को उनकी उपज का मूल्य, तथा लोगों को मिल रहा है रोजगार
बहराइच 14 जनवरी। उत्तर प्रदेश में विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में वर्ष भर खाद्यान्न, बागवानी, दुग्ध तथा अन्य कृषि उत्पाद हेतु प्रदेश के वृहद उत्पाद को दृष्टिगत रखते हुए अवशेष (सरप्लस) उत्पाद को मूल्य संवर्द्धन श्रृंखला में परिवर्तित करते हुए प्रसंस्कृत उत्पाद के रूप में आमजन के लिए सुलभ कराये जाने के लिए प्रदेश सरकार विस्तृत रूप में कार्य कर रही है। प्रदेश में सहज सुलभ श्रमशक्ति, वृहद स्तर पर प्रसंस्करण योग्य उत्पाद एवं इस क्षेत्र में रोजगार सृजन की असीमित सम्भावनाओं को देखते हुए प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों का सुनियोजित विकास बहुगुणित करने हेतु सरकार ने उ.प्र. खाद्य प्रसंस्करण नीति लागू की है।
उ.प्र. राज्य में बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में पूंजी निवेश, रोजगार सृजन एवं राज्य की ग्रामीण आय में वृद्धि की अपार सम्भावनाएं हैं। खाद्यान्न, बागवानी उत्पाद, दूध, मांस के कुल उत्पादन में पूरे देश में उ0प्र0 का प्रमुख स्थान है। बड़े बाजार, उत्पादन की कम लागत, मानव संसाधन के अलावा कच्ची उपज की पर्याप्त उपलब्धता के कारण राज्य में बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना के लिए काफी सम्भावना है, इसलिए राज्य को एक फूड पार्क राज्य में विकसित करने के लिए उ.प्र. सरकार संकल्पित है।
प्रदेश मे खाद्य प्रसंस्करण उद्योगो के सुनियोजित विकास को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2017 प्रख्यापित की है जिसके द्वारा पूँजीगत अनुदान, ब्याज उत्पादन, गुणवत्ता एवं प्रमाणीकरण बाजार विकास, अनुसंधान एवं विकास तथा निर्यात प्रोत्साहन के साथ-साथ प्रदेश मे उद्योगो की स्थापना हेतु अनेक रियायतें एवं छूट प्रदान की गई है। उत्तर प्रदेश आलू विकास नीति के अन्तर्गत प्रदेश की मुख्य नकदी फसल आलू के चतुर्दिक एवं सुनियोजित विकास के लिए भी अनेक प्रकार की सुविधाएँ एवं छूट प्रदान की गई है। इन नीतियों के प्रख्यापन एवं क्रियान्वयन से प्रदेश मे खाद्य प्रसंस्करण उद्योगो की स्थापना से मूल्य संवर्धन सुनिश्चित हो रहा है। सरकार की इन नीतियों से उत्पादक एवं उपभोक्ताओं को लाभ हो रहा है तथा प्रदेश के किसानों का आर्थिक विकास हो रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा फरवरी, 2018 में आयोजित उ.प्र. इन्वेस्टर्स समिट-2018 में खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर के उद्योगपतियों द्वारा धनराशि रू. 15182.54 करोड़ के 285 एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित हुए, जिसके सापेक्ष 123 इकाईयां व्यवसायिक उत्पादन में, 41 इकाइयां व्यवसायिक उत्पादन की प्रक्रिया में हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्पदा योजनान्तर्गत 45 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी है, जिसमें रू. 1054.77 करोड़ का निवेश किया गया। उ.प्र. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2017 के अन्तर्गत अब तक 636 आॅनलाइन आवेदन पंजीकृत हुए, जिनमें धनराशि रू. 3312.82 करोड़ का पूंजी निवेश तथा 1.28 लाख प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन हुआ है। इसके सापेक्ष अब तक 275 प्रस्ताव स्वीकृत किये गये जिनमें रू. 810.51 करोड़ का पूंजी निवेश हो रहा है।
बहराईच ब्यूरो हेड रामकुमार यादव की रिपोर्ट :ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
गौशाला को लेकर प्रकाशित समाचार असत्य एवं भ्रामक: ई.ओ.
बहराइच 14 जनवरी। नगर पालिका परिषद बहराइच के अस्थायी गो आश्रय स्थल पटखौली के सम्बन्ध में मीडिया में प्रकाशित समाचार का संज्ञान लेते हुए अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, बहराइच ने बताया है कि ‘‘आज दिनांक 14 जनवरी 2021 को प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए मौके का निरीक्षण किया गया। जिसमें नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित गौशाला में 01 जानवर की मृत्यु हुई थी तथा 01 जानवर बीमार पाया गया जो डाक्टर की देख रेख में है। इसके अतिरिक्त रानी देवी सेवा समिति द्वारा बगल में संचालित गौशाला में 01 जानवर की मृत्यु एवं 02 जानवर बीमार पाये गये। मीडिया में दोनो गौशाला को 01 वीडियो में दिखाते हुए 09 जानवर मृत्यु दिखाये गये हैं जो पूर्णतयः असत्य एवं भ्रामक है’’।
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मेडिकल बुलेटिन
बहराइच 14 जनवरी। एल-1 सीएचसी चित्तौरा में कुल बेड की क्षमता 40 बेड है। यहां पर भर्ती मरीजों की संख्या शून्य है तथा 40 बेड खाली हंै। एल-2 एवं ंकेयर हास्पिटल की जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि महिला पाॅलीटेक्निक रिसिया मोड एल-1 हास्पिटल की क्षमता 250 बेड है। यहाॅ पर भर्ती मरीजों की संख्या शून्य है तथा 250 बेड खाली हैं। कोविड-19 एल-2 ए.एस.एम.सी. की क्षमता 113 बेड है। यहाॅ पर भर्ती मरीजों की संख्या 03 है तथा 110 बेड खाली हैं। इस प्रकार एल-1, एल-2 एवं केयर हास्पिटल की कुल क्षमता 403 बेड के सापेक्ष भर्ती मरीजों की संख्या 03 है तथा 400 बेड खाली हैं। जबकि लखनऊ में 28 तथा होम आईसोलेशन में कुल 21 मरीज हैं।
सैम्पल जाॅच का विवरण देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि कुल भेजे गये सैम्पल 280886 कुल प्राप्त रिपोर्ट 280207 आज तक कुल पाजिटिव रिपोर्ट की संख्या 4092 आज तक कुल निगेटिव रिपोर्ट की संख्या 276125 आज लिये गये सैम्पल की संख्या 1541 आज प्राप्त नये पाॅजिटिव रिपोर्ट की संख्या 06 आज प्राप्त कुल निगेटिव रिर्पोट की संख्या 1611 आज तक कुल अप्राप्त रिपोर्ट की संख्या 679 है।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि आर.टी.पी.सी.आर. कुल भेजे गये सैम्पल 125392 कुल प्राप्त रिपोर्ट 124713 आज तक कुल पाजिटिव रिपोर्ट की संख्या 2088 आज तक कुल निगेटिव रिपोर्ट की संख्या 122625 आज लिये गये सैम्पल की संख्या 717 आज प्राप्त नये पाॅजिटिव रिपोर्ट की संख्या 05 आज प्राप्त कुल निगेटिव रिर्पोट की संख्या 788 आज तक कुल अप्राप्त रिपोर्ट की संख्या 679 है। इसी प्रकार ट्रू-नाट द्वारा कुल भेजे गये सैम्पल 6719 कुल प्राप्त रिपोर्ट 6719 आज तक कुल पाजिटिव रिपोर्ट की संख्या 469 आज तक कुल निगेटिव रिपोर्ट की संख्या 6250 आज लिये गये सैम्पल की संख्या 06 आज प्राप्त नये पाॅजिटिव रिपोर्ट की संख्या शून्य, आज प्राप्त कुल निगेटिव रिपोर्ट की संख्या 06 आज तक कुल अप्राप्त रिपोर्ट की संख्या शून्य है। जबकि एंटीजन द्वारा कुल भेजे गये सैम्पल 148775 कुल प्राप्त रिपोर्ट 148775 आज तक कुल पाजिटिव रिपोर्ट की संख्या 1535 आज तक कुल निगेटिव रिपोर्ट की संख्या 147240 आज लिये गये सैम्पल की संख्या 818 आज प्राप्त नये पाॅजिटिव रिपोर्ट की संख्या 01, आज प्राप्त कुल निगेटिव रिपोर्ट की संख्या 817 आज तक कुल अप्राप्त रिपोर्ट की संख्या शून्य है। अन्य राज्य, जनपद से आये हुए यात्रियों के सेम्पुलों की संख्या 72 है। बाहर से आये हुए व्यक्तियों में पाजिटिव व्यक्तियों की संख्या शून्य है।
ट्रीटमेन्ट का विवरण देते हुए सी.एम.ओ. ने बताया कि कुल पाजिटिव केस प्रारम्भ से 4092 कुल ठीक हुए केस 1539, आज डिस्चार्ज व्यक्ति शून्य, कुल मृतक संख्या 74, होम आईसोलेशन ओवर 2426 तथा कुल ऐक्टिव केस की संख्या 53 है।
सी.एम.ओ. ने बताया कि एक्टिव कन्टेनमेन्ट जोन की संख्या 30 है जिसमें तहसील कैसरगंज में 05, महसी में 04, नानपारा में 07, मिहींपुरवा (मोतीपुर) में 01, पयागपुर 02 तथा तहसील सदर 11 हैं। सी.एम.ओ. ने बताया कि आज घोषित कन्टेनमेन्ट जोन शून्य है जिसमें तहसील कैसरगंज में शून्य, महसी में शून्य, नानपारा में शून्य, मिहींपुरवा (मोतीपुर) में शून्य, पयागपुर में शून्य, सदर बहराइच में शून्य है। सीएमओ ने यह भी बताया कि उनके कार्यालय में 24 घण्टे चिकित्सकों की टीम सहित जनमानस की सहायता हेतु कन्ट्रोल रूम संचालित है। जिसका दूरभाष नम्बर 05252-232417 तथा मो.न. 9369842855 व 8881324365 है।
सी.एम.ओ. ने यह भी बताया कि कोविड-19 जांच हेतु पूर्वान्ह 10 बजे से अपरान्ह 04 बजे तक जिला चिकित्सालय बहराइच, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक/यूनानी चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोतीपुर, नानपारा, रिसिया, चर्दा, चित्तौरा, पयागपुर, विशेश्वरगंज, हुजूरपुर, जरवल, कैसरगंज, फखरपुर, शिवपुर, तेजवापुर व महसी में स्टेटिक बूथ बनाया गया है।
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