प्रमुख सचिव पर्यटन उत्तर प्रदेश सरकार की अध्यक्षता में
पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा
लखनऊ: 01जनवरी, 2021
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने आज पर्यटन, निदेशालय के सभागार में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय-समय पर योजनाओं की प्रगति का निरीक्षण किया जाए तथा निदेशालय में नामित नोडल अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में कराये जा रहें कार्यों की प्रगति का निरीक्षण कर प्रगति रिपोर्ट महानिदेशक पर्यटन को उपलब्ध कराएं।
श्री मेश्राम ने सभी अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता पर विशेष बल दिए जाने हेतु तथा एक मापदण्ड निर्धारित किए जाने हेतु निर्देश दिए। पर्यटन नीति-2018 के अंतर्गत आने वाले सभी बिंदुओं पर प्रमुख सचिव द्वारा विश्लेषण किया गया तथा प्रदेश वासियों को इस नीति का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो, उसके लिए सभी अधिकारियों को प्रयासरत रहने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन के क्षेत्र से जुड़े प्रदेशवासियों को पर्यटन नीति-2018 के अंतर्गत अनेकों सुविधाएँ दिए जाने का प्राविधान हैं। पर्यटन नीति के अन्तर्गत पर्यटन इकाईयों को होटल, बजट होटल, हेरिटेज होटल, रिजार्ट, स्पोर्टस रिजार्ट, टेन्टेड एकोमोडेशन, पर्यटन एवं आतिथ्यसत्कार प्रशिक्षण संस्थान, एडवेन्चर टूरिज्म, थीम पार्क, कन्वेंशन सेंटर, रिवर क्रूज टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म आदि वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।
श्री मेश्राम ने कहा कि पर्यटन नीति में चिन्हित पर्यटन स्थलों पर पूंजी निवेश करने वाली उद्यमियों को पूँजीगत निवेश कैपिटल सब्सिडी व इंटरेस्ट सब्सिडी, पंजीकरण एवं स्टाम्प शुल्क में छूट, भूमि रूपांतरण एंव विकास शुल्क, सतत् पर्यटन के लिये सहायता, नवाचार के लिए प्रोत्साहन, विपणन और संवर्धन के लिये सहायता, कौशल विकास, आई.सी.टी. सक्षमता, पर्यटन-सत्कार उधोग में शोध के लिये सहायता, रोजगार सृजन पर सब्सिडी, पारिस्थितिकी पर्यटन (इको-टूरिज्म) के लिये सहयोग, स्वदेशी कला, संगीत, नृत्य को पुनर्जीवित करने के लिये सहयोग हेतु वित्तीय प्रोत्साहन, अनुदान एवं छूट आदि प्रदान करने का प्रावधान है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर कराये जा रहे कार्यों के फलस्वरूप देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को स्तरीय पर्यटक सुविधायें प्राप्त हो सकंेगी और उनका पर्यटन-अनुभव बेहतर हो सकेगा। इसके साथ ही साथ इन योजनाओं से लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे तथा उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्तर का उन्नयन होगा।
प्रमुख सचिव ने पर्यटन द्वारा भविष्य में आयोजित होने वाले मेले एवं महोत्सवों से सम्बंधित कार्यों हेतु आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रयागराज में माघ मेला, नोएडा एवं लखनऊ में यू0पी0 दिवस, कबीर महोत्सव, क्रान्ति महोत्सव इत्यादि के सफल आयोजन हेतु संबंधित क्षेत्रीय अधिकारियों को अपने क्षेत्र के जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक कार्यवाही किए जाने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में श्री एन0जी0 रवि कुमार, महानिदेशक एवं सचिव, पर्यटन, श्री शिवपाल सिंह, विशेष सचिव, पर्यटन तथा श्री अविनाश चन्द्र मिश्र, संयुक्त निदेशक पर्यटन उपस्थित थे।
पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा
लखनऊ: 01जनवरी, 2021
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने आज पर्यटन, निदेशालय के सभागार में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय-समय पर योजनाओं की प्रगति का निरीक्षण किया जाए तथा निदेशालय में नामित नोडल अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में कराये जा रहें कार्यों की प्रगति का निरीक्षण कर प्रगति रिपोर्ट महानिदेशक पर्यटन को उपलब्ध कराएं।
श्री मेश्राम ने सभी अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता पर विशेष बल दिए जाने हेतु तथा एक मापदण्ड निर्धारित किए जाने हेतु निर्देश दिए। पर्यटन नीति-2018 के अंतर्गत आने वाले सभी बिंदुओं पर प्रमुख सचिव द्वारा विश्लेषण किया गया तथा प्रदेश वासियों को इस नीति का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो, उसके लिए सभी अधिकारियों को प्रयासरत रहने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन के क्षेत्र से जुड़े प्रदेशवासियों को पर्यटन नीति-2018 के अंतर्गत अनेकों सुविधाएँ दिए जाने का प्राविधान हैं। पर्यटन नीति के अन्तर्गत पर्यटन इकाईयों को होटल, बजट होटल, हेरिटेज होटल, रिजार्ट, स्पोर्टस रिजार्ट, टेन्टेड एकोमोडेशन, पर्यटन एवं आतिथ्यसत्कार प्रशिक्षण संस्थान, एडवेन्चर टूरिज्म, थीम पार्क, कन्वेंशन सेंटर, रिवर क्रूज टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म आदि वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।
श्री मेश्राम ने कहा कि पर्यटन नीति में चिन्हित पर्यटन स्थलों पर पूंजी निवेश करने वाली उद्यमियों को पूँजीगत निवेश कैपिटल सब्सिडी व इंटरेस्ट सब्सिडी, पंजीकरण एवं स्टाम्प शुल्क में छूट, भूमि रूपांतरण एंव विकास शुल्क, सतत् पर्यटन के लिये सहायता, नवाचार के लिए प्रोत्साहन, विपणन और संवर्धन के लिये सहायता, कौशल विकास, आई.सी.टी. सक्षमता, पर्यटन-सत्कार उधोग में शोध के लिये सहायता, रोजगार सृजन पर सब्सिडी, पारिस्थितिकी पर्यटन (इको-टूरिज्म) के लिये सहयोग, स्वदेशी कला, संगीत, नृत्य को पुनर्जीवित करने के लिये सहयोग हेतु वित्तीय प्रोत्साहन, अनुदान एवं छूट आदि प्रदान करने का प्रावधान है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर कराये जा रहे कार्यों के फलस्वरूप देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को स्तरीय पर्यटक सुविधायें प्राप्त हो सकंेगी और उनका पर्यटन-अनुभव बेहतर हो सकेगा। इसके साथ ही साथ इन योजनाओं से लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे तथा उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्तर का उन्नयन होगा।
प्रमुख सचिव ने पर्यटन द्वारा भविष्य में आयोजित होने वाले मेले एवं महोत्सवों से सम्बंधित कार्यों हेतु आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रयागराज में माघ मेला, नोएडा एवं लखनऊ में यू0पी0 दिवस, कबीर महोत्सव, क्रान्ति महोत्सव इत्यादि के सफल आयोजन हेतु संबंधित क्षेत्रीय अधिकारियों को अपने क्षेत्र के जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक कार्यवाही किए जाने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में श्री एन0जी0 रवि कुमार, महानिदेशक एवं सचिव, पर्यटन, श्री शिवपाल सिंह, विशेष सचिव, पर्यटन तथा श्री अविनाश चन्द्र मिश्र, संयुक्त निदेशक पर्यटन उपस्थित थे।
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