*भोजन सम्बन्धी कुछ नियम*...पंंडित विनोद शर्मा कुश के द्वारा बहुत शास्त्रों के पढने के बाद लिखे कुछ विशेष नियम जो हमें जीवनभर पालन करना चाहिए.. मतानुसार
*🙏जयसरस्वतीदेवी*
*पूजनीय सुरेश शर्मा के पुत्र* V9द कुश
*विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य पंंडित विनोद शर्मा कुश*(राहडा)

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✡https://youtu.be/_fXZLLNHFU4
 *🕉जय कुश ऋषि की*🔯☸
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कर भला हो भला।
१ - पांच अंगो ( दो हाथ , २ पैर , मुख ) को अच्छी तरह से धो कर ही भोजन
करे !
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२. गीले पैरों खाने से आयु में वृद्धि होती है !

३. प्रातः और सायं ही भोजन का विधान है !
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४. पूर्व और उत्तर दिशा की ओर मुह करके ही खाना चाहिए !

५. दक्षिण दिशा की ओर किया हुआ भोजन प्रेत को प्राप्त होता है !

६ . पश्चिम दिशा की ओर किया हुआ भोजन खाने से रोग
की वृद्धि होती है !

७. शैय्या पर , हाथ पर रख कर , टूटे फूटे वर्तनो में भोजन
नहीं करना चाहिए !
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८. मल मूत्र का वेग होने पर , कलह के माहौल में , अधिक शोर में , पीपल ,
वट वृक्ष के नीचे , भोजन नहीं करना चाहिए !

९ परोसे हुए भोजन की कभी निंदा नहीं करनी चाहिए !

१०. खाने से पूर्व अन्न देवता , अन्नपूर्णा माता की स्तुति कर के ,
उनका धन्यवाद देते हुए , तथा सभी भूखो को भोजन प्राप्त
हो इस्वर से ऐसी प्राथना करके भोजन करना चाहिए !

११. भोजन बनने वाला स्नान करके ही शुद्ध मन से , मंत्र जप करते हुए
ही रसोई में भोजन बनाये और सबसे पहले ३ रोटिया अलग निकाल कर
( गाय , कुत्ता , और कौवे हेतु ) फिर अग्नि देव का भोग लगा कर ही घर
वालो को खिलाये !
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१२. इर्षा , भय , क्रोध , लोभ , रोग , दीन भाव , द्वेष भाव , के साथ
किया हुआ भोजन कभी पचता नहीं है !
भोजन सम्बन्धी कुछ नियम

१३. आधा खाया हुआ फल , मिठाईया आदि पुनः नहीं खानी
चाहिए ! 

१४. खाना छोड़ कर उठ जाने पर दुबारा भोजन नहीं करना चाहिए !

१५. भोजन के समय मौन रहे !

१६. भोजन को बहुत चबा चबा कर खाए !
१७. रात्री में भरपेट न खाए !

१८. गृहस्थ को ३२ ग्रास से ज्यादा न खाना चाहिए !

१९. सबसे पहले मीठा , फिर नमकीन ,अंत में कडुवा खाना चाहिए !

२०. सबसे पहले रस दार , बीच में गरिस्थ , अंत में द्राव्य पदार्थ ग्रहण
करे ! 

२१. थोडा खाने वाले को --आरोग्य ,आयु , बल , सुख, सुन्दर संतान , और
सौंदर्य प्राप्त होता है !

२२. जिसने ढिढोरा पीट कर खिलाया हो वहा कभी न खाए !

२३. कुत्ते का छुवा ,रजस्वला स्त्री का परोसा , श्राध का निकाला , बासी , मुह से फूक मरकर ठंडा किया , बाल गिरा हुवा भोजन ,अनादर युक्त , अवहेलना पूर्ण
परोसा गया भोजन कभी न करे ।

२४. कंजूस का , राजा का , वेश्या के हाथ का , शराब बेचने वाले का दिया भोजन कभी नहीं करना चाहिए ।
*🙏जयसरस्वतीदेवी*
*पूजनीय सुरेश शर्मा के पुत्र* V9द कुश
*विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य पंंडित विनोद शर्मा कुश*(राहडा)

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