प्रयागराज के लोगों के कुछ राहत की खबर है। वह यह कि दो-तीन दिनों से बिक्री में गिरावट होने के कारण सरसों के तेल, सोयाबीन, फार्च्यून यानी रिफाइंड और पामोलीन की कीमतों में कमी हुई है। हालांकि डालडा वनस्पति का रेट फिलहाल स्थिर है। इसी क्रम में दाल आटा, सूजी मैदा के रेट भी यथावत ही है।
पिछले सप्ताह सरसों के तेल की कीमत करीब 60 रुपये बढ़कर 2150 रुपये 15 लीटर का टीन हो गया था। इधर दो-तीन दिनों में 15 लीटर के टीन का रेट करीब 40 रुपये घटकर 2110 रुपये हो गया है। पामोलीन का रेट भी बढ़कर 1850 रुपये 15 किलो टीन और रिफाइंड का दाम चढ़कर 1940 रुपये (15 किलो का टीन) हो गया था। पामोलीन का दाम भी करीब 50 रुपये और रिफाइंड का रेट भी गिरकर क्रमशः 1800 और 1900 (15 किलो का टीन) हो गया है।
इन वस्तुओं के रेट पर भी डालें एक नजर
अरहर की दाल थोक में 80 से 82 रुपये प्रति किलो, आटा 20.50 से 21 रुपये प्रति किलो, मैदा 23.50 से 24 रुपये प्रति किलो और सूजी का रेट करीब 25 से 26 रुपये प्रति किलो हो गया है। सरसों का तेल फुटकर में 145 रुपये प्रति लीटर, रिफाइंड 130 से 135 रुपये प्रति किलो और पामोलीन 125 से 130 रुपये प्रति किलो था। इनकी कीमतों में भी गिरावट की उम्मीद है।
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी का कहना है कि मकर संक्रांति के कारण दो-तीन दिनों से ग्राहक कम निकल रहे हैं, जिसकी वजह से बिक्री में गिरावट हुई है। बिक्री घटने से तेल, रिफाइंड और पामोलीन के रेट भी कम हुए हैं। इन सामग्रियों की कीमतों में करीब 400 से 500 रुपये प्रति टीन की वृद्धि हो चुकी है। इसलिए बिक्री घटने पर व्यापारी डरकर रेट घटा देता है।
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