मथुरा || आखिरकार डेढ़ घण्टे से तड़फते होमगार्ड की निगम प्रशासन को सुध आ ही गयी। आलाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मौत से लड़ते होमगार्ड को अवर अभियंता की गाड़ी से अस्पताल भिजवाया गया।
जानकारी के मुताबिक कुंभमेला बैठक की तैयारियों को लेकर बुधवार को नगरनिगम के जोन कार्यालय में नगरायुक्त रवींद्र मादण्ड और मेयर मुकेशबन्धु आर्य द्वारा अधीनस्थों की बैठक ली जा रही थी। कार्यालय के बाहर चार होमगार्ड की तैनाती की गई थी।
इसी बीच अचानक प्रमोद कुमार निवासी सुरीर नामक होमगार्ड को दौरे पड़ने शुरू गया। पहला दौरा पड़ने के बाद तो उसके साथियों ने इसको गम्भीरता से नही लिया।लेकिन जब एक के बाद एक लगातार दौरे पड़ने लगे तो साथियों ने निगम कर्मियों से मदद की गुहार लगाई।लेकिन कोई सुनने को तैयार नही हुआ।और एक दूसरे पर अस्पताल ले जाने के लिये टालमटोल करने लगे।इधर मदद की आस में बीमार होमगार्ड तड़फता रहा।लगभग डेढ़ घण्टे के बाद किसी व्यक्ति ने जबरन मीटिंग हाल में घुसकर अधिकारियों को सम्पूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराया गया।तब जाकर अधिकारियों में खलबली मची और तड़फते होमगार्ड को अवर अभियंता अनिल रंजन की गाड़ी से अस्पताल भिजवाया गया।
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