मथुरा उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बर्ड फ्लू की घटनाओं के बाद मथुरा में भी बर्ड फ्लू को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. सभी मुर्गी पालन केन्द्रों की सघन निगरानी की जा रही है. रेपिड रेस्पांस टीम गठित करने के साथ ही अफसरों ने गाइडलाइन भी जारी की है. इसके अलावा तहसील स्तर पर वायलर और मथुरा में तीन बड़े मुर्गी पालन केन्द्र, 24 वायलर हैं. जहां चिकन यानि चूजे होते हैं. जिले के सभी छोटे-बड़े मुर्गी पालन केन्द्रों और वायरलों पर पशु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. योगेन्द्र पंवार ने सघन निगरानी के निर्देश दिए हैं. तहसील स्तर पर डॉक्टरों की टीम और विभाग के कर्मचारियों को निगरानी के लिए लगाया गया है साथ ही सर्वे कार्य भी कराया जा रहा है कि वर्तमान में वायलर और मुर्गी पालन केंद्रों (पॉल्ट्री) की वास्तविक संख्या उनकी क्षमता और रखरखाव किस स्तर का है| ये है बायो सिक्योरिटी की गाइड लाइन पशु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. योगेन्द्र पंवार ने बताया कि बर्ड फ्लू को लेकर जो बायोसिक्यरिटी की गाइडलाइन जारी की गई है कि उसमें जितने भी पॉल्ट्री और वायलर हैं उनको सेनेटाइज करना, उनके चारों ओर को चूने का छिड़काव करना | किसी भी बाहरी व्यक्ति को मुर्गी पालन केन्द्र में प्रवेश न देना, अनावश्यक व्यक्ति को पक्षी पालन केन्द्रों पर प्रवेश नहीं करने दिया जाए. इसके अलावा जो भी पक्षी पालन केन्द्रों पर कार्य कर रहे हैं. वह फेस मास्क लगाकर और सुरक्षा के सभी उपयोग के साथ कार्य करें. जाल का प्रयोग करें ताकि चूजा या मुर्गी हवा में उड़ कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर न जा पाए|
राजकुमार गुप्ता की रिपोर्ट
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know