प्रदेश अध्यक्ष जगदीश पांडेय ठकुराई ने कहा कि एनपीएस से आच्छादित शिक्षकों के 10 वर्षों के अवशेष नियोक्ता अंशदान और ब्याज के लिए 520 करोड़ रुपए की धनराशि शासन से अवमुक्त कराई गई थी, लेकिन शिक्षा निदेशालय तथा जिला विद्यालय निरीक्षकों की लापरवाही के कारण शिक्षकों के खाते में राशि जमा नहीं हो सकी।
प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. उमेश त्यागी ने 22 मार्च 2016 से विनियमित तदर्थ शिक्षकों को तदर्थ सेवा जोड़ कर चयन वेतनमान, प्रोन्नति वेतनमान एवं पेंशन का निर्धारण करने की मांग की। प्रांतीय मंत्री सुशील चौधरी ने कहा कि चयन बोर्ड से नवनियुक्त शिक्षक कार्यभार ग्रहण करने के 6 माह बाद भी वेतन से वंचित हैं। प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी और प्रांतीय मंत्री जगतारन शरण ने भी संबोधित किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डॉ. महेन्द्र देव को सौंपा गया।
रमेश सिंह, प्रमोद श्रीवास्तव, राकेश सिंह ,शशिप्रकाश मिश्रा, देवेन्द्र प्रताप सिंह गौतम, हीरालाल गौड़, डॉ. अजय कुमार पांडेय, तारकेश्वर सिंह, विजय शंकर तिवारी, सुनील शुक्ल, देवी शरण त्रिपाठी, आद्या प्रसाद मिश्र, अंजनी कुमार कुशवाहा आदि रहे। संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश नायक ने किया।
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