मथुरा || बल्देव,महावन तहसील के ब्लॉक बलदेव के गांव अवैरनी निवासी सीआरपीएफ के हवलदार शिव शंकर पाराशर (45) की जम्मू कश्मीर में तैनाती के दौरान बीमारी से मौत हो गई. मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. गांव में शोक की लहर छा गई ! सोमवार को देर शाम उसके शव को गांव लाकर अंतिम संस्कार किया गया साथ आये सीआरपीएफ के जवानों ने सलामी दी ! बड़े पुत्र संचित पाराशर ने मुखाग्नि दी मां का रो रो कर बुरा हाल हो गया तथा मां बेहोश हो गई ! मुखाग्नि के समय ग्रामीणों ने जब तक सूरज चांद रहेगा शिव शंकर का नाम रहेगा के नारे लगाये ! सीआरपीएफ हवलदार शिव शंकर पाराशर की ड्यूटी जम्मू-कश्मीर में थी ! मुंबई स्थित अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था इलाज के दौरान बीमारी के चलते उसकी मौत हो गई सीआरपीएफ जवानों व कमांडेंट ने सलामी देकर पुष्प चक्र चढ़ाये ! शिव शंकर की मृत्यु मुंबई में हुई थी. थाना अध्यक्ष बलदेव जसवीर सिंह, एसएसआई विनोद पुरोहित, ग्राम प्रधान होशियार सिंह ,वरिष्ठ उपाध्यक्ष भाकियू लेखराज सिंह पहलवान ने भी पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीद को नमन किया !
शिव शंकर सहित यह चार भाई थे शिव शंकर तीसरे नंबर के थे. इनकी पत्नी पिंकी सरकारी अध्यापिका है जिनकी ड्यूटी फ़रह में है इनके दो पुत्र संचित पाराशर व अंकित पाराशर हैंपुत्र संचित और अंकिता पत्नी पिंकी पाराशर वह भाइयों का रो रो कर बुरा हाल था ! अंतिम संस्कार में होशियार सिंह प्रधान, किसान नेता लेखराज सिंह , तरुण, किदारी पंडित , बलवीर, महेश राजोरिया, कोमल ,संजय ,राम ,कन्हैया पुजारी, दिनेश गोयल, मोहन सिंह काका, पूर्व प्रधान खेम सिंह व ग्रामीणों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. प्रधान होशियार सिंह और भाकियू उपाध्यक्ष लेखराज सिंह पहलवान ने केंद्र व प्रदेश सरकार से उन्हे शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की. पूछने पर होशियार प्रधान ने बताया कि हमें गर्व है अपने भाई पर जिन्होंने अपनी बीमारी की परवाह न करते हुए दिन-रात हमारे देश की रक्षा में लगे रहे ऐसे वीर जवान सदियों में जन्म लेते हैं हमें शिव शंकर पर गर्व है मैं इन्हें शहीद का दर्जा दिलाने में कोई कसर नहीं छोडूंगा मैं अपना पूरा प्रयास करूंगा ! मैं ही नहीं बल्कि पूरा गांव उनके परिवार के साथ खड़ा है. सीआरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि ऐसे वीर जवानों की वजह से ही हमें अपने देश पर गर्व होता है हमें गर्व है ऐसी मां पर जिन्होंने शिव शंकर जैसे पुत्र को जन्म दिया.
राजकुमार गुप्ता की रिपोर्ट
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