मथुरा || गोवर्धन जब सारे लोग बड़े आराम से अपने-अपने घरों में सो रहे होते हैं, तब कुछ असहाय निराश्रित जन एवं साधु महात्मा ऐसे भी होते हैं, जो सर्द भरी रातों में भी खुले आसमान के नीचे जीवन जीने को बेबस रहते हैं।
लेकिन कुछ ऐसे महामानव भी होते हैं जो चुपचाप आकर उनकी पीड़ा को कम करने के लिए सदैव प्रयासरत रहते हैं। इस सर्द भरी रातों में न जाने कितनी बार श्रद्धेय महाराज श्री चुपचाप घर से बाहर निकलकर लग जाते हैं अपने उदार हृदय का परिचय देने और किसी दुखियारे के दुख को कम करने के प्रयास में।
उसी क्रम में आज रात्रि को भी गौभक्त श्रद्धेय श्री संजीव कृष्ण ठाकुर जी महाराज ने बड़े भैया श्री राजीव शर्मा जी व कुछ अन्य सेवकों के साथ मिलकर परिक्रमा मार्ग गोवर्धन में साधु - महात्माओं व अन्य असहाय जनों को अपने हाथों से कंबल वितरण कर अपने उदार हृदय का पुनः परिचय दिया ।
राजकुमार गुप्ता की रिपोर्ट
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