अंबेडकरनगर। महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में जूनियर चिकित्सक की पिटाई कर उत्पीड़न का मामला सामने आया है। लगभग एक पखवारे पूर्व हुई घटना अब सामने आई है। जूनियर चिकित्सक ने वरिष्ठ चिकित्सकों पर आरोप लगाया है कि पिटाई करने के साथ ही उसे लगभग आधे घंटे तक मुर्गा बनाकर रखा गया। आरोप है कि पुलिस से शिकायत के बाद भी संज्ञान नहीं लिया गया, तो वहीं मेडिकल कॉलेज प्रशासन भी मामले में लीपापोती कर रहा है।
मऊ जनपद के मूल निवासी डॉ. शैलेंद्र मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में बतौर जूनियर रेजीडेंट कार्यरत हैं। बताया कि 8 दिसंबर की शाम चार बजे कई वरिष्ठ चिकित्सक एनॉटमी विभाग के ऑफिस में मौजूद थे। वहां मौजूद एक वरिष्ठ चिकित्सक ने फोन कर उन्हें बुलाया। वे जैसे ही वहां पहुंचे, सभी ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी। उसे मुर्गा भी बना दिया। अनुसूचित जाति का होने के चलते अपमानित किया गया और कॉलेज से निकालने के साथ ही फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी गई। रात दो बजे दो तीन वरिष्ठ चिकित्सकों ने कुछ इंटर्न छात्रों आदि के साथ उसकी बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया और फिर से मारपीट की।
इसकी सूचना उसी दिन मौखिक रूप से चौकी इंचार्ज मेडिकल कॉलेज को दी गई। इसके बाद अलीगंज थाना प्रभारी को लिखित सूचना दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बताया कि शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अंदरूनी जांच टीम गठित की, लेकिन उसकी रिपोर्ट भी अब तक नहीं आ पाई। इस बीच सोमवार को मामला सार्वजनिक होने के बाद मेडिकल कॉलेज के नए प्राचार्य डॉ. संदीप कौशिक ने कहा कि मामला जानकारी में आया है। बीते दिनों जो जांच समिति बनाई गई थी, उसे जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इसके बाद उसके आधार पर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने