पूर्वोत्तर रेलवे की पैसेंजर ट्रेनें (सवारी गाड़ियां) एक्सप्रेस बनने की राह पर चल पड़ी हैं। गोरखपुर-पाटलिपुत्र को 13 जनवरी से एक्सप्रेस के रूप में चलाने की घोषणा करने के बाद रेलवे प्रशासन ने दो और सवारी गाड़ियों को एक्सप्रेस बनाने की योजना तैयार कर ली है। बदलाव के तहत इन ट्रेनों के ठहराव तो कम होंगे ही, रफ्तार भी बढ़ जाएगी। यात्री कम समय में ही अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। कोरोना काल में जनरल टिकटों की बिक्री बंद होने के बाद रेलवे बोर्ड ने भले ही सवारी गाड़ियों को एक्सप्रेस बनाने की हवा दे दी हो। लेकिन इससे यात्रियों की जेब भी ढीली होनी तय है।

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