मथुरा ||वृंदावन आज केशवधाम स्थित नवनिर्मित रामकली देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के उद्घाटन अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा ‌कि देश की महिला वर्ग को ‌शिक्षा की सबसे अधिक जरूरत है। एक महिला के शिक्षित होने से उसकी सभी संताने शिक्षित होंगी। उन्होंने कहा कि मनुष्य की पहली शिक्षक मां है, उसका ‌‌शिक्षित होना बहुत आवश्यक है।
तीन दिवसीय प्रवास के अंतिम दिन केशवधाम में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सरसंघचालक ने कहा कि शिक्षा आदमी के जीवन का अविभाज्य अंंग है। अन्न, स्वास्थ्य और शिक्षा सबसे प्रमुख हैं। इसके लिए विद्यालय शिक्षा का केंद्र समाज में शुरु करना समाज में ये सदा सर्वदा सर्वत्र की आवश्यकता है। इसे पूर्ण करना अत्यंत समाज उपयोगी है जो धर्म का काम है। धर्म पूजा करने में नहीं होता है। धर्म समाज को जोड़ने और समाज को आगे ले जाने में होता है। ‌शिक्षा इसके लिए आवश्यक संस्कार प्रदान करती है।
उन्होंने कहा कि ‌‌शिक्षा रोजगार परख होनी चाहिए। इग्लैंड गोल मेज सम्मेलन में भाग लेने गए गांधी जी का हवाला देते हुए सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि अंग्रेजों को हमारे देश को बहुत लूटा है तो उसका विरोध ‌हुआ। हमारी शिक्षा पद्धति सभी को रोजगार देते थी। ऐसी शिक्षा को ही अंग्रेज इग्लैंड लेकर गए, जिससे उनकी ‌साक्षरता 70 प्रतिशत हो गई। अपनी ‌‌शिक्षा प्रणाली को उन्होंने हमारे ऊपर ‌थोप दियाजिस कारण हमारी ये ‌स्थिति हो गई।
इससे पूर्व कार्यक्रम में वेलमेट इंडिया लिमिटेड के निदेशक दिनेशचंद्र अग्रवाल ने संघ प्रमुख मोहन भागवत का अभिनंदन किया। केशवधाम समिति के अध्यक्ष जीएलए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया।



राजकुमार गुप्ता की रिपोर्ट

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