मिर्जापुर। मोदी सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के बनाए जा रहे गोल्डेन की प्रक्रिया धीमी होने के मद्देनजर जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने पीएचसी-सीएचसी पर आने वाले लाभार्थियों का नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड बनाने का निर्देश दिया है। इससे कार्ड बनाने का 30 रुपये नहीं देना पड़ेेगा। यही नहीं गोल्डेन कार्ड बनाते समय जिन लोगों को बायोमेट्रिक पर अंगुठा का निशान नहीं आता है। उनके लिए बिना बायोमेट्रिक के कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुबोध सिन्हा ने बताया कि जिले में गोल्डेन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने निर्देश दिया है कि गांव में गोल्डेन कार्ड बनवाने आने वाले लोगों का नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड बनवाया है। बहुत से लाभार्थी के पास पैसा नहीं होता है, इस कारण वे गोल्डेन कार्ड नहीं बनवा पा रहे है। इसे देखते हुए ये निर्णय लिया गया है। इसके लिए गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए जिले के 11 केन्द्रों पर तैनात आरोग्य मित्र गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य करेंगे। इसके लिए जिले के लाभार्थी प्रधानमंत्री पत्र, मुख्यमंत्री पत्र, आधार कार्ड व निर्वाचन पहचान पत्र ले जाकर सीएचसी-पीएचसी पर जाएंगे। वहां पर उनका नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड बनेगा। जिला कार्यक्रम प्रबंधक राहुल मिश्र ने बताया कि बहुत से वृद्ध है जिनका अंगुठे का निशान बायोमेट्रिक में नहीं लता है। इस कारण उनका गोल्डेन कार्ड नहीं बन पाता है। इसके लिए उन्हें भी सुविधा प्रदान की गई है। उनका गोल्डेन कार्ड बिना बायोमेट्रिक के बनवाया जाएगा। इससे गोल्डेन कार्ड बनवाने वालों की संख्या में वृद्धि होगी और जल्द ही आयुष्मान के जितने लाभार्थी है। उनका गोल्डेन कार्ड बन जाएगा।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुबोध सिन्हा ने बताया कि जिले में गोल्डेन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने निर्देश दिया है कि गांव में गोल्डेन कार्ड बनवाने आने वाले लोगों का नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड बनवाया है। बहुत से लाभार्थी के पास पैसा नहीं होता है, इस कारण वे गोल्डेन कार्ड नहीं बनवा पा रहे है। इसे देखते हुए ये निर्णय लिया गया है। इसके लिए गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए जिले के 11 केन्द्रों पर तैनात आरोग्य मित्र गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य करेंगे। इसके लिए जिले के लाभार्थी प्रधानमंत्री पत्र, मुख्यमंत्री पत्र, आधार कार्ड व निर्वाचन पहचान पत्र ले जाकर सीएचसी-पीएचसी पर जाएंगे। वहां पर उनका नि:शुल्क गोल्डेन कार्ड बनेगा। जिला कार्यक्रम प्रबंधक राहुल मिश्र ने बताया कि बहुत से वृद्ध है जिनका अंगुठे का निशान बायोमेट्रिक में नहीं लता है। इस कारण उनका गोल्डेन कार्ड नहीं बन पाता है। इसके लिए उन्हें भी सुविधा प्रदान की गई है। उनका गोल्डेन कार्ड बिना बायोमेट्रिक के बनवाया जाएगा। इससे गोल्डेन कार्ड बनवाने वालों की संख्या में वृद्धि होगी और जल्द ही आयुष्मान के जितने लाभार्थी है। उनका गोल्डेन कार्ड बन जाएगा।
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