NCR News:दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन सोमवार से शुरू हो गया। कालकाजी के एसकेवी नेहरू इन्क्लेव में प्रारंभ सात दिवसीय सम्मेलन में भारत समेत सात अन्य देशों के 22 शिक्षा विशेषज्ञ स्कूली शिक्षा के विभिन्न विषयों पर विचार रखेंगे। इनमें भारत, फिनलैंड, इंग्लैंड, जर्मनी, सिंगापुर, नीदरलैंड, अमेरिका और कनाडा के विशेषज्ञ शामिल हैं। सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा ही देश के सोचने और जीने का तरीका हो, यही हमारा सपना है। असली सफलता तब मानी जाएगी, जब हर बच्चा देश के लिए कुछ कर गुजरने का जुनून लेकर निकले और देश को बदलने में योगदान करे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य शिक्षा के जरिए समाज बदलना है। हम समाज बदलने के पॉजिटिव माइंडसेट वाले बच्चों के विकास का लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं। इस मौके पर लूसी क्रेहान ने की-नोट लेक्चर दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी शिक्षा प्रणाली सिर्फ मुट्ठी भर छात्रों को अच्छी शिक्षा देकर कभी न्यायसंगत नहीं हो सकती। व्यापक स्टूडेंट्स को शामिल करके ही कोई शिक्षा प्रणाली श्रेष्ठ कहलाएगी।
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