बाराबंकी। तिरंगा यात्रा निकालने का एलान करने वाले भाकियू (भानु गुट) के प्रदेश महासचिव आशू चौधरी समेत नौ कार्यकर्ताओं को शहर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद शांतिभंग की आशंका में इन सभी को चौदह दिन के लिए जेल भेजा गया। इनकी गिरफ्तारी के चलते कोतवाली में जमकर हंगामा हुआ।पुलिस ने इनमें दो आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की है जिसके चलते अब इन्हें जिला बदर करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं इस मामले के बाद बुधवार को किसानों के प्रदर्शन के चलते शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा। इसमें चार सीओ, छह एसओ समेत पीएसी बल तैनात भाकियू (भानु गुट) कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे कार्यों के चलते जिले की कानून व्यवस्था बिगड़ने का माहौल बन गया था। इस संगठन द्वारा भारी संख्या में किसानों के साथ तिरंगा यात्रा का एलान किया गया था। इसके चलते संगठन के आठ लोगों को मंगलवार की देर रात गिरफ्तार किया गया है।
पकड़े गए किसान नेताओं में संगठन के प्रदेश प्रभारी उदेंदु पटेल उर्फ आशू चौधरी निवासी ग्राम सुरजवापुर कोतवाली रामसनेहीघाट, अपुल वर्मा निवासी लखपेड़ाबाग व नगर कोतवाली के रवि वर्मा ,रोहित द्विवेदी, नमन धूरिया व चंदन बाजपेई, बबलू रावत, रणजीत राणा और कपिल वर्मा निवासी जैदपुर शामिल है।
एसडीएम सदर अभय पांडेय ने सभी आरोपियों पर माहौल बिगाड़ने की आशंका के चलते इन्हें चौदह दिन के लिए जेल भेज दिया। इन सभी की गिरफ्तारी के बाद रात में ही काफी संख्या में कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे और जमकर हंगामा किया। वहीं गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं के परिवारीजन व पत्नी ने भी कोतवाली पहुंचकर पुलिस पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया है।को देखते हुए बुधवार सुबह से ही शहर में देवा तिराहा, नाका सतरिख, पल्हरी चौराहा, रेलवे व बस स्टेशन समेत डीएम आवास, कार्यालय के आसपास भारी पुलिस बल व पीएसी तैनात रही। जगह-जगह बैरियर लगाकर चेकिंग के दौरान लोगों को रोककर पूछताछ करती रही।
दो नेताओं को जिला बदर करने की चल रही कार्रवाई
इस संगठन के प्रदेश प्रभारी आशू चौधरी व अपुल वर्मा के खिलाफ पुलिस ने गुुंडा एक्ट की कार्रवाई शुरू की है। इन दोनों के खिलाफ शहर कोतवाली में विभिन्न आपराधिक मामलों के सात सात केस दर्ज है। ऐसे में पुलिस ने इस बात को मुद्दा बनाते हुए इनके जिले में रहने से माहौल खराब होने की आशंका जताई है। इनके खिलाफ गुंडा एक्ट के साथ जिला बदर करने की भी कार्रवाई की जा रही है।
जिले की कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने वाले भाकियू (भानु गुट) के नौ लोगों को जेल भेजा गया है। यदि कोई माहौल खराब करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
-यमुना प्रसाद, एसपी
गिरफ्तार नेताओं को रिहा करने की मांग
रामसनेहीघाट। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार तहसीलदार को एक ज्ञापन देकर ट्रैक्टर रैली न निकालने का आश्वासन देते हुए गिरफ्तार किए गए पदाधिकारियों को रिहा किए जाने की मांग की है। बुधवार को किसान विरोधी कानूनों को लेकर ट्रैक्टर रैली निकालने को अड़े भारतीय किसान यूनियन (धर्मेंद्र गुट) के राष्ट्रीय महासचिव राम सुरेश तिवारी व जिलाध्यक्ष मायाराम को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार करके मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया था।
जहां पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दिव्यांशु पटेल ने दोनों नेताओं को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके बाद कार्यकर्ताओं के आक्रोश को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा बुधवार को सुबह से ही छुट्टी होने के बावजूद तहसील तथा आसपास सतर्कता बरती गई और फोर्स तैनात रही।
पकड़े गए किसान नेताओं में संगठन के प्रदेश प्रभारी उदेंदु पटेल उर्फ आशू चौधरी निवासी ग्राम सुरजवापुर कोतवाली रामसनेहीघाट, अपुल वर्मा निवासी लखपेड़ाबाग व नगर कोतवाली के रवि वर्मा ,रोहित द्विवेदी, नमन धूरिया व चंदन बाजपेई, बबलू रावत, रणजीत राणा और कपिल वर्मा निवासी जैदपुर शामिल है।
एसडीएम सदर अभय पांडेय ने सभी आरोपियों पर माहौल बिगाड़ने की आशंका के चलते इन्हें चौदह दिन के लिए जेल भेज दिया। इन सभी की गिरफ्तारी के बाद रात में ही काफी संख्या में कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे और जमकर हंगामा किया। वहीं गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं के परिवारीजन व पत्नी ने भी कोतवाली पहुंचकर पुलिस पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया है।को देखते हुए बुधवार सुबह से ही शहर में देवा तिराहा, नाका सतरिख, पल्हरी चौराहा, रेलवे व बस स्टेशन समेत डीएम आवास, कार्यालय के आसपास भारी पुलिस बल व पीएसी तैनात रही। जगह-जगह बैरियर लगाकर चेकिंग के दौरान लोगों को रोककर पूछताछ करती रही।
दो नेताओं को जिला बदर करने की चल रही कार्रवाई
इस संगठन के प्रदेश प्रभारी आशू चौधरी व अपुल वर्मा के खिलाफ पुलिस ने गुुंडा एक्ट की कार्रवाई शुरू की है। इन दोनों के खिलाफ शहर कोतवाली में विभिन्न आपराधिक मामलों के सात सात केस दर्ज है। ऐसे में पुलिस ने इस बात को मुद्दा बनाते हुए इनके जिले में रहने से माहौल खराब होने की आशंका जताई है। इनके खिलाफ गुंडा एक्ट के साथ जिला बदर करने की भी कार्रवाई की जा रही है।
जिले की कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने वाले भाकियू (भानु गुट) के नौ लोगों को जेल भेजा गया है। यदि कोई माहौल खराब करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
-यमुना प्रसाद, एसपी
गिरफ्तार नेताओं को रिहा करने की मांग
रामसनेहीघाट। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार तहसीलदार को एक ज्ञापन देकर ट्रैक्टर रैली न निकालने का आश्वासन देते हुए गिरफ्तार किए गए पदाधिकारियों को रिहा किए जाने की मांग की है। बुधवार को किसान विरोधी कानूनों को लेकर ट्रैक्टर रैली निकालने को अड़े भारतीय किसान यूनियन (धर्मेंद्र गुट) के राष्ट्रीय महासचिव राम सुरेश तिवारी व जिलाध्यक्ष मायाराम को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार करके मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया था।
जहां पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दिव्यांशु पटेल ने दोनों नेताओं को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके बाद कार्यकर्ताओं के आक्रोश को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा बुधवार को सुबह से ही छुट्टी होने के बावजूद तहसील तथा आसपास सतर्कता बरती गई और फोर्स तैनात रही।
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