कड़ाके की ठंड के बावजूद सात योगों वाली दुर्लभ मकर संक्रांति पर हजारों आस्थावानों ने गंगा स्नान कर पुण्य लाभ किया। अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि, मंगलाश्विनी अमृतसिद्धि योग, शोभन योग, बुद्धादित्य योग और राजप्रद योग से युक्त संक्रांति के स्नान के लिए गुरुवार को ब्रह्म मुहूर्त से ही काशी के प्रमुख घाटों की ओर लोगों का रेला दिखाई पड़ने लगा था।

किसी भी स्नान पर्व पर दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान के विशेष महात्म्य है। ऐसे में भीड़ का सर्वाधिक दबाब भी दशाश्वमेध घाट पर ही था। भोर में चार बजे से दोपहर 12 बजे तक स्नानार्थियों की भीड़ रही। अहिल्याबाई घाट से डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट तक भीड़ से एकाकार हो गए थे। स्नानार्थियों की सुरक्षा के लिए जल में बैरिकेडिंग भी की गई थी। 

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