बनारसी काष्ठ कला की पहचान और चमक सात समुंदर पार तक है। जीआई उत्पाद प्रदर्शनी में वूडेन लेकर वेयर को काफी पसंद किया जा रहा है। लकड़ी का बैग जो अब तक किसी देश में नहीं बना था उसे बनारस में तैयार किया गया है। इस बैग की तारीफ पिछले साल टीएफसी में आयोजित ओडीओपी कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की थी। आधुनिकता के इस दौर में भी खोजवा के कश्मीरीगंज निवासी शिल्पी गोदावरी सिंह (81 वर्ष) के साथ परिवार की 5वीं पीढ़ी वूडेन लेकर वेयर व खिलौने को जिंदा रखे हुए है।
पांचवीं पीढ़ी सहेज रही बनारस के काष्ठ कला की धरोहर
Bureau Chief-Varanasi Dr S C Srivastava
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