किसानों के समर्थन में उरई में ट्रैक्टर रैली निकालेगे समर्थक दलों के कार्यकर्ता
जालौन किसान संघर्ष मोर्चा की बैठक में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को हाथों में तिरंगा लेकर दिल्ली सीमा के चारों तरफ धरना दे रहे किसानों के समर्थन में जनपद के किसान भी अपना आक्रोश व्यक्त करेगे और जिला मुख्यालय उरई पर सरकार को किसानों की ताकत का अहसास करायेगे।
आज यहां मजदूर भवन में हुई किसान संघर्ष मोर्चा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला संयोजक का. कैलाश पाठक ने कहा कि हमारे देश का किसान दिल्ली के चारों तरफ कड़ाके की ठंड में आंदोलन कर रहा। वर्तमान तानाशाही सरकार अपनी हठर्धिमता से बाज नही आ रही है। किसान विरोधी तीनों बिलों को वापस करने की मांग को लेकर जिले के संघर्ष मोर्चा ने निर्णय लिया कि उरई शहर में सैकड़ों टेªक्टर एवं हजारों किसान, समाजसेवी मार्च करेगे। पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी ने कहा कि हमारे जिले में सभी राजनैतिक दलों के लोग सहभागिता कर रहे है। जब तक कानून वापस नही होता तब तक संघर्ष जारी रहेगा। प्रदीप दीक्षित ने कहा कि किसानों की समस्या जायज है और आंदोलन को तेज करने के लिए 17 जनवरी को शाम 5 बजे उमरारखेरा में संपर्क किया जाएगा। गिरेन्द्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों से भी कहेगे कि किसान अन्नदाता है। किसानों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए सभी एकजुट हो जाए। मु. आमीन खान ने कहा कि हम सभी गांव में बैठके शुरू कर देगे जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग धरने में आ सके। बैठक में लालसिंह चैधरी, रेहान सिद्दीकी, महेन्द्र कठेरिया, रामसिंह चैधरी, मिर्जा साबिर बेग, डा. प्रभुदयाल पाल, श्याम सुंदर चैधरी, राजीव नारायण मिश्रा, दीनदयाल काका, अशोक गुप्ता, जीवन प्रतात बाल्मीकि, सुन्नू प्रधान ककहरा, शफीकुर्रहमान कश्पी, महेश द्विवेदी सर, विनय पाठक, मनोज अहिरवार, जयदेव यादव, जितेन्द्र यादव, देवेन्द्र वर्मा, हरीशंकर याज्ञिक, पंकज सहाय आदि तमाम संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
जालौन से अनिल कुमार की रिपोर्ट
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