स्वतंत्रता सेनानियों एवं लोकतंत्र सेनानियों की समस्याओं का प्राथमिकता
से किया जाए निस्तारण
स्वतंत्रता संग्राम एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानियों व उनके आश्रितों की जनपदवार
सूची विभागीय वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश
राजनैतिक पेंशन विभाग में भी लागू हो ई-आफिस प्रणाली
-नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी‘
लखनऊ: 07 जनवरी, 2021
उत्तर प्रदेश के राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी‘ ने कहा है कि सभी स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों एवं लोकतंत्र सेनानियों तथा उनके आश्रितों को मिलने वाली पेंशन/ सम्मान राशि का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वतंत्रता संग्राम और लोकतंत्र सेनानियों की शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही सभी विभागीय सूचनाओं का आदान-प्रदान ऑनलाइन किया जाए।
श्री नंदी आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में राजनैतिक पेंशन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और लोकतंत्र सेनानियों का आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनवाने हेतु नियमानुसार कार्यवाही की जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि गोल्डन कार्ड बनवाए जाने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सुविधा प्रदान करने के लिए लखनऊ और मथुरा में संचालित होने वाले ‘सेवा सदनों’ को पीपीपी मॉडल के आधार पर विकिसित कराया जाए।
श्री नंदी ने कहा कि कई व्यक्तियों जो लोकतंत्र सेनानी की सम्मान राशि हेतु पात्र थे परंतु उनकी मृत्यु होने अथवा किसी अन्य कारणों से आवेदन नहीं कर सके उनकी पत्नी/पति को वर्तमान में सम्मान राशि नहीं मिल रही है, ऐसे लोकतांत्रिक सेनानियों के जीवित पति/पत्नी को सम्मान राशि तथा अन्य सुविधाएं देने के बारे में परीक्षण कराकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने लोकतंत्र सेनानी के देहांत के बाद अगले दिन ही उनके आश्रितों को सम्मान राशि स्वीकृत व अनुमन्य करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने राज्य स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों एवं उनके आश्रितों तथा लोकतंत्र रक्षक सेनानियों एवं उनके आश्रितों की सूची विभागीय वेबसाइट पर जनपदवार अपलोड करने के निर्देश दिए।
राजनीतिक पेंशन मंत्री ने विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि विभाग में अधिकारियों/कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरे जाने की कार्रवाई प्रमुखता से सुनिश्चित की जाए। आई.जी.आर.एस. संदर्भों का त्वरित निस्तारण और अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने राजनीतिक पेंशन विभाग में ई-ऑफिस प्रणाली तत्काल लागू करने के भी निर्देश दिए।
राजनीतिक पेंशन विभाग के अपर मुख्य सचिव राजन शुक्ला ने विभागीय कार्यों की प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में वर्तमान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी 73 एवं उनके आश्रितों की संख्या 1235 इस प्रकार कुल संख्या 1308 है। इसी प्रकार लोकतंत्र रक्षक सेनानियों की संख्या 5198 एवं उनके आश्रितों की संख्या 819 इस प्रकार कुल संख्या 6017 है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों अथवा उनके आश्रितों को 20176 रुपये मासिक पेंशन दी जा रही है। इसके साथ ही उन्हें राज्य परिवहन की बसों में एक सहचर सहित निशुल्क यात्रा की सुविधा, राजकीय चिकित्सालयों में परामर्श परीक्षण, परिचर्या एवं निशुल्क भोजन की सुविधा प्राप्त है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की मृत्यु पर राजकीय सम्मान देने के साथ अंत्येष्टि हेतु 12000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि लोकतंत्र सेनानियों को 20,000 रुपयं प्रति माह सम्मान राशि प्रदान की जाती है। इसके अलावा उन्हें राज्य परिवहन की बसों में एक सहचर सहित निशुल्क यात्रा, राजकीय चिकित्सालय में परामर्श परीक्षण व निशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। लोकतंत्र सेनानियों की मृत्यु पर उन्हें राजकीय सम्मान प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों/सेनानियों की स्मृति में स्तंभों एवं स्मारकों का निर्माण एवं प्रतिमाओं की स्थापना भी विभाग द्वारा कराई जाती है।
अपर मुख्य सचिव ने मंत्री महोदय को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का प्राथमिकता से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा और विभाग की छवि को और बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में राजनैतिक पेंशन विभाग के संयुक्त सचिव श्री सूर्य कुमार, उप सचिव श्री शिवराज कुमार यादव, उपसचिव लेखा श्रीमती किशोरी सिंह के अतिरिक्त विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
से किया जाए निस्तारण
स्वतंत्रता संग्राम एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानियों व उनके आश्रितों की जनपदवार
सूची विभागीय वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश
राजनैतिक पेंशन विभाग में भी लागू हो ई-आफिस प्रणाली
-नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी‘
लखनऊ: 07 जनवरी, 2021
उत्तर प्रदेश के राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी‘ ने कहा है कि सभी स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों एवं लोकतंत्र सेनानियों तथा उनके आश्रितों को मिलने वाली पेंशन/ सम्मान राशि का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वतंत्रता संग्राम और लोकतंत्र सेनानियों की शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही सभी विभागीय सूचनाओं का आदान-प्रदान ऑनलाइन किया जाए।
श्री नंदी आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में राजनैतिक पेंशन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और लोकतंत्र सेनानियों का आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनवाने हेतु नियमानुसार कार्यवाही की जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि गोल्डन कार्ड बनवाए जाने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सुविधा प्रदान करने के लिए लखनऊ और मथुरा में संचालित होने वाले ‘सेवा सदनों’ को पीपीपी मॉडल के आधार पर विकिसित कराया जाए।
श्री नंदी ने कहा कि कई व्यक्तियों जो लोकतंत्र सेनानी की सम्मान राशि हेतु पात्र थे परंतु उनकी मृत्यु होने अथवा किसी अन्य कारणों से आवेदन नहीं कर सके उनकी पत्नी/पति को वर्तमान में सम्मान राशि नहीं मिल रही है, ऐसे लोकतांत्रिक सेनानियों के जीवित पति/पत्नी को सम्मान राशि तथा अन्य सुविधाएं देने के बारे में परीक्षण कराकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने लोकतंत्र सेनानी के देहांत के बाद अगले दिन ही उनके आश्रितों को सम्मान राशि स्वीकृत व अनुमन्य करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने राज्य स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों एवं उनके आश्रितों तथा लोकतंत्र रक्षक सेनानियों एवं उनके आश्रितों की सूची विभागीय वेबसाइट पर जनपदवार अपलोड करने के निर्देश दिए।
राजनीतिक पेंशन मंत्री ने विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि विभाग में अधिकारियों/कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरे जाने की कार्रवाई प्रमुखता से सुनिश्चित की जाए। आई.जी.आर.एस. संदर्भों का त्वरित निस्तारण और अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने राजनीतिक पेंशन विभाग में ई-ऑफिस प्रणाली तत्काल लागू करने के भी निर्देश दिए।
राजनीतिक पेंशन विभाग के अपर मुख्य सचिव राजन शुक्ला ने विभागीय कार्यों की प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में वर्तमान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी 73 एवं उनके आश्रितों की संख्या 1235 इस प्रकार कुल संख्या 1308 है। इसी प्रकार लोकतंत्र रक्षक सेनानियों की संख्या 5198 एवं उनके आश्रितों की संख्या 819 इस प्रकार कुल संख्या 6017 है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों अथवा उनके आश्रितों को 20176 रुपये मासिक पेंशन दी जा रही है। इसके साथ ही उन्हें राज्य परिवहन की बसों में एक सहचर सहित निशुल्क यात्रा की सुविधा, राजकीय चिकित्सालयों में परामर्श परीक्षण, परिचर्या एवं निशुल्क भोजन की सुविधा प्राप्त है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की मृत्यु पर राजकीय सम्मान देने के साथ अंत्येष्टि हेतु 12000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि लोकतंत्र सेनानियों को 20,000 रुपयं प्रति माह सम्मान राशि प्रदान की जाती है। इसके अलावा उन्हें राज्य परिवहन की बसों में एक सहचर सहित निशुल्क यात्रा, राजकीय चिकित्सालय में परामर्श परीक्षण व निशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। लोकतंत्र सेनानियों की मृत्यु पर उन्हें राजकीय सम्मान प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों/सेनानियों की स्मृति में स्तंभों एवं स्मारकों का निर्माण एवं प्रतिमाओं की स्थापना भी विभाग द्वारा कराई जाती है।
अपर मुख्य सचिव ने मंत्री महोदय को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का प्राथमिकता से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा और विभाग की छवि को और बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में राजनैतिक पेंशन विभाग के संयुक्त सचिव श्री सूर्य कुमार, उप सचिव श्री शिवराज कुमार यादव, उपसचिव लेखा श्रीमती किशोरी सिंह के अतिरिक्त विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
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