अयोध्या/लखनऊ/मेरठ:
मिलट्री इंटेलिजेंस के इनपुट पर एटीएस टीम की बड़ी कार्यवाई। लखनऊ मे एटीएस के अफसर आज शाम तक कर सकते है प्रेस वार्ता। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के सम्पर्क मे रह रहे भारतीय पूर्व सैनिक सौरव शर्मा को ATS ने किया गिरफ्तार। अयोध्या स्थित राम जन्म भूमि परिसर के नक्शे को भी ईमेल द्वारा पाकिस्तान भेजे जाने का संदेह- सूत्र। अयोध्या और लखनऊ की मिलट्री इंटेलिजेंस यूनिट के इनपुट पर ATS ने की कार्यवाई। ऑपरेशन-क्रॉस कनेक्शन: यूपीआई में जासूसी एजेंट गिरफ्तार। शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण काउंटर जासूसी ऑपरेशन में, यूपी एटीएस ने लखनऊ स्थित मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) यूनिट द्वारा उपलब्ध कराए गए इनपुट के आधार पर एक सेवानिवृत्त सेना के सिपाही, सिग्नलमैन सौरभ शर्मा (रीट) को गिरफ्तार किया है। पूर्व सैनिक कथित तौर पर 2016 से कराची स्थित पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहा था।
इससे पहले, नवंबर महीने के दौरान, लखनऊ एमआई के अधिकारियों को जासूसी गतिविधियों में शामिल सिग्नलमैन सौरभ शर्मा (सेवानिवृत्त) का संकेत मिला था। इनपुट को "ऑपरेशन क्रॉस-कनेक्शन" के रूप में विकसित किया गया था। इसका विवरण दिसंबर की शुरुआत में यूपी एटीएस के साथ साझा किया गया था और एक संयुक्त जांच शुरू की गई थी।
शुक्रवार (8 जनवरी) को एक महीने के लिए इनपुट पर काम करने के बाद, यूपी एटीएस ने संदिग्ध को सिग्नलमैन सौरभ शर्मा (सेवानिवृत्त) को उसके बिहुनी, जिला- हापुड़, यूपी के पैतृक घर से गिरफ्तार किया।
सिग्नलमैन सौरभ शर्मा (सेवानिवृत्त) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ अपनी भागीदारी स्वीकार की। उन्होंने खुलासा किया कि वह फेसबुक पर 2014 में पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के संपर्क में आए थे, जिन्होंने शुरुआत में एक रक्षा विशेषज्ञ के रूप में 'खुद' पेश किया था। इसके बाद उसने धन के बदले में 2016 तक कई संवेदनशील सैन्य सूचनाएं साझा करना शुरू कर दिया। वह इन सूचनाओं को टेक्स्ट, ऑडियो और फोटो संदेशों के रूप में साझा करता था और कॉल पर भी ज्यादातर व्हाट्सएप का उपयोग करता था। बताया गया है कि उन्हें अपने हैंडलर्स से कई भुगतान मिले हैं। सैनिक को चिकित्सा कारणों से जून, 2020 में सेना से छुट्टी दे दी गई थी। उसकी गतिविधियों के निशान उसके मोबाइल फोन में मिले हैं।
आरोपियों के खिलाफ लखनऊ में गोमती नगर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 120 बी, 123, 123, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (ओएसए) की धारा 3, 4, 5 और 9 और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उसे अदालत के समक्ष पेश किया जा रहा है। यह अनुमान है कि यूपी एटीएस जांच को आगे बढ़ाने के लिए आरोपी का पुलिस कस्टडी (पीसी) मांगेगी।
लखनऊ एमआई, यूपी एटीएस और सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से मामले की आगे की जांच की जा रही है।----अयोध्या ब्यूरो चीफ,डा०ए०के०श्रीवास्तव
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know