प्रयागराज शहर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें घरों का कूड़ा फेंकने के लिए जगह की तलाश नहीं करनी पड़ेगी। और न ही किसी के घर के सामने कूड़ा फेंकने पर विवाद की ही स्थिति उत्पन्न होगी। ऐसा इसलिए कि घरों से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन यानी डीटीडीसी की तैयारी अंतिम चरण में है। इसके लिए प्रयागराज नगर निगम ने एजेंसी को 40 छोटी गाड़ियां ट्रांसफर कर दी है। वहीं कूड़ा ट्राली एवं अन्य गाड़ियां भी एक-दो दिनों में एजेंसी को दे दी जाएंगी।
दिसंबर 2019 से शहर के ज्यादातर हिस्सों में डीटीडीसी नहीं हो रहा था
हरी-भरी से नगर निगम का करार खत्म होने के बाद दिसंबर 2019 से शहर के ज्यादातर हिस्सों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम बंद था। करीब तीन महीने पहले निगम ने इस काम के लिए फिर से दो एजेंसियों का चयन किया गया था। एजेंसियों द्वारा शहर भर में डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है। यह काम अब लगभग अंतिम चरण में हैं।
नगर निगम की यह है तैयारी
नगर निगम द्वारा 26 जनवरी से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को फिर से लागू करने की योजना है। इसके मद्देनजर गाड़ियों एवं सफाई व्यवस्था संबंधी अन्य उपकरण एजेंसियों को ट्रांसफर किए जा रहे हैं। निगम के कार्यशाला विभाग द्वारा एजेंसियों को 40 टाटा एस गाड़ियां ट्रांसफर की गई हैं। कूड़ा ट्राली समेत अन्य गाड़ियों की जरूरतों के संदर्भ में एजेंसियों को जल्द ब्योरा देने के लिए कहा गया है ताकि गणतंत्र दिवस से डीटीडीसी का काम शुरू किया जा सके
निगम के पास डीटीडीसी के लिए पर्याप्त वाहन नहीं हैं
हालांकि, निगम के पास जितनी गाड़ियां हैं, उतनी गाड़ियां डीटीडीसी के लिए पर्याप्त नहीं मानी जा रही हैं, क्योंकि हरी-भरी द्वारा काफी गाड़ियां बर्बाद करके निगम को दी गई थीं। बता दें कि दोनों एजेंसियों को 40-40 वार्डों में डीटीडीसी की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। वर्कशॉप प्रभारी पुरुषोत्तम ने बताया कि 40 टाटा एस गाड़ियां एजेंसियों को ट्रांसफर की गई हैं। बाकी गाड़ियां भी जल्द ट्रांसफर की जाएंगे।
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