यूपी के विभिन्न हिस्से से चलने वाली माघ मेला स्पेशल ट्रेनों में सीट के बराबर श्रद्धालु यात्रा कर सकेंगे। मेला स्पेशल ट्रेनों में अनारक्षित टिकट पर आवागमन नहीं होगा। श्रद्धालुओं के मेला स्पेशल ट्रेन से आवागमन करने के लिए साधारण टिकट मूल्य के साथ 15 रुपए आरक्षण शुल्क भी देना होगा। कोरोना का प्रकोप देखते हुए रेलवे अनारक्षित ट्रेनें चलाने को तैयार नहीं है।
उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्वों पर अनारक्षित स्पेशल ट्रेनें चलाने की अनुमति मांगी थी। बोर्ड ने अनारक्षित ट्रेनें चलाने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद पूर्वोत्तर रेलवे ने शनिवार को सामान्य स्पेशल ट्रेनों की तरह मेला विशेष गाड़ियां चलाने की घोषणा की। पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि अनारक्षित मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने की बोर्ड ने अनुमति नहीं दी। पूर्वोत्तर रेलवे ने गत दिवस वाराणसी, गोरखपुर और भटनी से माघ मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। प्रमुख स्नान पर्वों पर चलने वाली मेला स्पेशल ट्रेनों के लिए आरक्षित टिकट पर यात्रा करने की गाइडलाइन भी जारी की गई है। उत्तर रेलवे भी प्रमुख स्नान पर्वों पर 18 स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रहा है। अधिकारी कहते हैं कि स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को पहले आरक्षण करा लेना चाहिए।
श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज जंक्शन पर चार रेक
उत्तर मध्य रेलवे ने मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा नहीं की लेकिन प्रयागराज जंक्शन पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना की गाइड लाइन पालन करवाने की तैयारी हो रही है। अब तक की योजना के अनुसार उत्तर मध्य रेलवे सिर्फ प्रयागराज जंक्शन से स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी में है। इसके लिए चार रेक आरक्षित होंगे। इन गाड़ियों में भी यात्रा करने वालों को आरक्षित टिकट खरीदना होगा। माघ मेला के लिए चलाई जाने वाली स्पेशल बसों में भी सीट के बराबर यात्री आवागमन करेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने भी मेला के प्रमुख स्नान पर्वों पर सीट के बराबर यात्री के साथ बसें चलाने की गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन के मद्देनजर इस साल परिवहन निगम एक हजार अधिक स्पेशल बसें चलाने की तैयारी में है।
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