दरअसल, कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद से मध्य प्रदेश के लिए सरकारी बसें नहीं चलाई जा सकी थीं। इसके लिए काफी समय से मांग भी उठाई जा रही थी। उधर, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें चाकघाट तक ही चलाई जा रही थीं। इसके बाद रीवा के लिए निजी साधन का सहारा लेना पड़ रहा था। रविवार से विभाग ने रीवा के लिए चार, सीधी व सागर के लिए एक-एक बसों का संचालन शुरू किया। इससे यात्रियों को सहूलियत मिली। फिलहाल माघ मेले में स्नान के लिए भी श्रद्धालु यात्री प्रयागराज पहुंच रहे हैं। यात्रियों की प्रतिक्रिया
हर साल प्रयागराज की पावन धरती पर संगम में स्नान के लिए आते हैं। इस बार बस नहीं चलने से थोड़ा मुश्किल लग रहा था। लेकिन, बस चलाने से राहत मिली।
- सुरेश, साकेत, रीवा माता-पिता के साथ पहली बार प्रयागराज आया हूं। स्नान करने के बाद माघ मेला घूमेंगे। बस चलने से माता-पिता ने परिवार के साथ आने की सहमति जताई।
- सोनू, ट्रेन से सफर करने के लिए पहले रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है। जनरल टिकट पर सफर करने की अनुमति नहीं है। सरकारी बस से दैनिक यात्रियों को राहत मिली।
- रजनीश रीवा-प्रयागराज मार्ग पर डग्गामार बस संचालकों का वर्चस्व था। अब सरकारी बस चलाने से राहत मिली है। माघ मेले में स्नान करने परिवार के साथ आया हूं।
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