कई क्रय केन्द्रों पर जगह का अभाव बताकर केन्द्र प्रभारी किसानो से धान नहीं खरीद रहे।
औरैया // दिबियापुर कस्बा के मंडी समिति में स्थित धान क्रय केंद्र पर खरीदी गई धान मिल में न पहुंच पाने से समस्या उत्पन्न हो गई है।छोटे किसान 10 क्विंटल धान बेचने के लिए फोन से सांसद की गुहार लगा रहे हैं। कुछ तो केंद्र प्रभारियों के हाथ पैर जोड़ते नजर आते हैं फिर भी धान की बिक्री नहीं हो पा रही।
स्थानीय मंडी समिति में अतिरिक्त धान खरीद केंद्र चालू हो जाने के बाद भी किसानों को पूरी तरह से राहत नहीं मिली है। इसकी मुख्य वजह कुछ किसानों को दो से तीन सौ क्विंटल तक धान खरीद का टोकन जारी कर देना माना जा रहा है नवंबर माह में टोकन वितरित किए गए थे जिससे अब छोटे किसान इंतजार करना पड़ रहा है नवंबर माह से चक्कर काट रहे हैं छोटे किसानों की धान फरवरी माह में लिए जाने की बात कही जा रही है। अचानक मौसम का मिजाज बदलने व बारिश होने की वजह से धान खराब होने तक की नौबत आ गई है। जिससे किसान धान केंद्र प्रभारियों के आगे गिड़गिड़ाते हुए नजर आते हैं। क्रय केंद्र पर धान न बिकता देख आढ़तियों को औने पौने में बेंच रहे हैं। भाग्यनगर विकास खंड परवाह के किसान कुंवर सिंह का कहना है कि उनकी 50 क्विंटल धान नहीं बिक पा रही है। नवंबर माह से क्रय केंद्र के चक्कर काट रहे हैं 15 जनवरी का टोकन देकर बुलाया गया है बहलोलपुर निवासी लालमन कठेरिया ने बताया कि 10 क्विंटल धान बेचने के लिए सांसद से गुहार लगानी पड़ी। ऐसे सैकड़ों किसान हैं जिनका 10 से 50 क्विटल धान क्रय केंद्र पर नहीं बिक पा रहा है। केंद्र प्रभारी शैलेश का कहना है कि केंद्र पर 25 हजार क्विटल धान लगी हुई है जिससे पूरा फड़ भर गया है धान रखने के लिए जगह नहीं बची है दो दिन पूर्व कंचौसी धान मिल भेजे गए थे जो अभी तक वापस नहीं आए।
जे. एस. यादव
हिन्दी संवाद न्यूज
औरैया
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