एम एल के पी जी कॉलेज में स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती पर मंगलवार को "राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका" विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने वेस्ट को छोड़कर बेस्ट को अपनाने पर बल दिया।
महाविद्यालय के सभागार में आयोजित इस गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ दिल्ली प्रभारी उच्च शिक्षा महेन्द्र जी ने कहा कि प्रत्येक युवा को राष्ट्र निर्माण हेतु कार्य करना चाहिए। राष्ट्र निर्माण के पूर्व राष्ट्र की संस्कृति व सभ्यता को जानने व पहचानने की आवश्यकता है। इसलिए प्रत्येक युवा को भारत को जानने के लिए भारतीयता के नजरिये से देखना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय प्राचार्य डॉ आर के सिंह ने कहा कि हम अपनी विरासत को छोड़कर पश्चिमी सभ्यता की ओर आकर्षित होने लगे,जबकि भारतीय संस्कृति व सभ्यता की बदौलत ही भारत विश्व गुरु था जिसे अब पुनः स्थापित करना है। युवाओं को चाहिए कि वह वेस्ट को छोड़कर बेस्ट को अपनाएं। विशिष्ट अतिथि डॉ विजय कुमार राय ने कहा कि हम सभी को चिंतन करना चाहिए कि जीवन का उद्देश्य क्या है, क्या हम सही मायने में समाज का कल्याण कर पा रहे हैं । हमें स्वामी जी के आदर्शों पर चलकर उनसे प्रेरणा लेना चाहिए। आई क्यू ए सी के संयोजक डॉ आर के पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि का स्वागत प्राचार्य डॉ आर के सिंह,मुख्य नियंता डॉ पी के सिंह,डॉ अरविंद द्विवेदी,डॉ एस एन सिंह,डॉ डी डी तिवारी आदि ने अंगवस्त्र भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व मां सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण करके हुआ जबकि समापन राष्टगान के साथ हुआ।
इस अवसर पर डॉ जे पी पांडेय, डॉ डी के मौर्य,डॉ राम रहीश,डॉ आलोक शुक्ल, डॉ के के सिंह,डॉ दिनेश त्रिपाठी, डॉ अर्चना शुक्ला, सीमा पांडेय आदि मौजूद रहे।
आनन्द मिश्र
बलरामपुर
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