देश और समाज के विकास में इतिहास की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हम अपनी गलतियों से सीखते हैं और गौरव भी करते हैं। जब तक इतिहास की सही जानकारी नहीं होगी तब तक विकास को सही दिशा भी नहीं मिलेगी। दुर्भाग्य है कि कुछ इतिहासकारों ने हमारे इतिहास को गलत तरह से लिखा। अब वक्त है कि हम अपने इतिहास को संशोधित कर फिर से लिखें। इसमे करणीय और अकरणीय के भेद को भी समझ कर आगे बढ़े। यह कहना है विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित का।

शुक्रवार को प्रयागराज के शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क स्थित पब्लिक लाइबेरी परिसर में उत्तर प्रदेश विधानमण्डल की पहली बैठक की 134वी वर्षगांठ मनाई गई। इसमे विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित भी ऑनलाइन जुड़े। अपने सम्बोधन में उन्होंने प्रयागराज की महिमा का बखान किया। साथ ही इतिहास को फिर से लिखने। गलत तथ्यों को संशोधित करने। गौरवमयी बातों से नई पीढ़ी को परिचित कराने पर बल दिया।

हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि इतिहास हमे गलतियों को सुधारने का भी अवसर देता है। जो देश खुद को प्रचीन लोकतंत्र बताते हैं च गलत है। यह गौरव हमारे पास है। चाहे ऋग्वेद से इसे देखे समझे या फिर आधुनिक इतिहास से। पुराने लोकतंत का दम्भ भरने वाले अमेरिका में संसद पर एक दिन पूर्व हुआ उपद्रव निंदनीय है। दूसरों को नसीहत देने वाले लोगो को समझना और सीखना चाहिए। हमारी व्यवस्था तमाम विसंगतियों के बाद भी स्वस्थ लोकतंत्र का बेहतर उदाहरण है।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कार्यक्रम में भौतिक रूप से मौजदू थे। मुख्यअतिथीय सम्बोधन में उन्होंने कहा, अगले वर्ष प्रयागराज में 8 जनवरी को सदन की पूरी बैठक हो। कैबिनेट की भी बैठक हो, इसके लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। विपक्ष के साथ सभी दल से आग्रह करूंगा। विधान सभा अध्यक्ष से भी अभी से इस संबंध में निवेदन कर रहा हूं। उम्मीद है सभी का सहयोग मिलेगा। कार्यक्रम भी बड़े पैमाने पर होगा।
शुक्रवार को प्रयागराज के शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क स्थित पब्लिक लाइबेरी परिसर में उत्तर प्रदेश विधानमण्डल की पहली बैठक की 134वी वर्षगांठ मनाई गई। इसमे विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित भी ऑनलाइन जुड़े। अपने सम्बोधन में उन्होंने प्रयागराज की महिमा का बखान किया। साथ ही इतिहास को फिर से लिखने। गलत तथ्यों को संशोधित करने। गौरवमयी बातों से नई पीढ़ी को परिचित कराने

हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि इतिहास हमे गलतियों को सुधारने का भी अवसर देता है। जो देश खुद को प्रचीन लोकतंत्र बताते हैं च गलत है। यह गौरव हमारे पास है। चाहे ऋग्वेद से इसे देखे समझे या फिर आधुनिक इतिहास से। पुराने लोकतंत का दम्भ भरने वाले अमेरिका में संसद पर एक दिन पूर्व हुआ उपद्रव निंदनीय है। दूसरों को नसीहत देने वाले लोगो को समझना और सीखना चाहिए। हमारी व्यवस्था तमाम विसंगतियों के बाद भी स्वस्थ लोकतंत्र का बेहतर उदाहरण है।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कार्यक्रम में भौतिक रूप से मौजदू थे। मुख्यअतिथीय सम्बोधन में उन्होंने कहा, अगले वर्ष प्रयागराज में 8 जनवरी को सदन की पूरी बैठक हो। कैबिनेट की भी बैठक हो, इसके लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। विपक्ष के साथ सभी दल से आग्रह करूंगा। विधान सभा अध्यक्ष से भी अभी से इस संबंध में निवेदन कर रहा हूं। उम्मीद है सभी का सहयोग मिलेगा। कार्यक्रम भी बड़े पैमाने पर होगा।

     

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