यूपी बार कौंसिल में सदस्यों के बीच का विवाद गहराता जा रहा है। 24 जनवरी को बुलाई गई आपात बैठक को सदस्य सचिव द्वारा निरस्त करने के बावजूद सदस्यों ने बैठक की, जिसके कारण हंगामे जैसी स्थिति रही। एहतियातन पुलिस भी पहुंच गई लेकिन बाद में ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसमें महाधिवक्ता के भी शामिल होने की बात कही जा रही है।
सदस्य सचिव देवेंद्र मिश्र नगरहा का आरोप है कि बैठक के बाद उनके कक्ष में दूसरा ताला लगाने का प्रयास किया गया तथा कक्ष के बाहर लगी उनकी नेम प्लेट तोड़ दी गई। उन्होंने सदस्यों पर अभद्र व्यवहार का भी आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने यूपी बार कौंसिल में दो सदस्यों द्वारा छह छह माह का चेयरमैन का कार्यकाल बांटने को अवैध करार देते हुए दोनों निर्वाचित अध्यक्षों के काम करने पर रोक लगा दी थी तथा तीन सदस्यीय कमेटी को कार्यभार सौंप दिया था। इसके बाद कुछ सदस्यों ने 24 जनवरी को आपात बैठक बुलाई थी। सदस्य सचिव का कहना है कि बैठक नियम विरुद्ध होने के कारण इसे निरस्त करने की सूचना 23 जनवरी को ही सदस्यों को भेज दी गई थी।
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