उतरौला (बलरामपुर)''मौत उसकी है करें जिसपे जमाना अफसोस, यूं तो दुनिया में सभी आये हैं मरने के लिए''
एक साफ सुथरी छवि व निष्पक्ष लेखनी के कलमकार मोहम्मद फरीद आरज़ू के सड़क हादसे में हुई दर्दनाक मौत से तहसील क्षेत्र के चिकित्सक, पत्रकार, अधिवक्ता, बुद्धिजीवी, समाजसेवी समेत तमाम लोग आहत हैं। अपने साथी के निधन पर पत्रकारों द्वारा एक शोक सभा आयोजित की गई इस मौके को दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।शोकसभा में सुरेन्द्र प्रताप उर्फ मुन्ना श्रीवास्तव,राजन श्रीवास्तव,नूर मोहम्मद, नाजिर मलिक, गिरीश मिश्रा,कमल किशोर गुप्ता,सै०अनीसुल हसन रिजवी एडवोकेट, सुशील कुमार श्रीवास्तव,असगर अली, इमरान अली शाह,उमानन्द गुप्ता, बजरंगी गुप्ता, हरीश गुप्ता, वीरेंद्र सिन्हा एडवोकेट, लोकतंत्र सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी, रोहित गुप्ता, अब्दुल रहीम सिद्दीकी, जेपी तिवारी,राम चरित्र वर्मा, नरेंद्र पटवा, आलोक कुमार गुप्ता, हैप्पी शर्मा,सीबी उपाध्याय, बीपी त्रिपाठी,गगन प्रीत पाहुजा, डॉ एहसान खान, पूर्व चेयरमैन अनूप चन्द्र गुप्त,राम दयाल यादव, मार्कण्डेय मिश्रा, सुधीर कुमार श्रीवास्तव, एजाज मलिक,अतीक अहमद खां,धर्म राज यादव एडवोकेट, ओमप्रकाश गौतम, आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

असगर अली 
उतरौला 

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