सरस्वती विद्यालय देवेंन्द्र नगर में मनाया गया युवा दिवस
पन्ना देवेंन्द्र नगर से संतोष अग्निहोत्री की रिपोर्ट
उत्तिष्ठत जाग्रत व प्राप्त वारान्निबोध अर्थात
उठो जागो और ध्येय की प्राप्ति तक मत रुको | ऐसा कथन देने वाले युगपुरुष, कर्मयोगी, वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद का जन्म उत्सव "युवा दिवस" के रूप में विद्या की धरा सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देवेंद्रनगर में उत्साह पूर्वक मनाया गया | मां वीणा वादिनी को तिलक , वंदन ,पुष्प अर्पित करते हुए, कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया | इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री वीरेंद्र कुमार सोनी व अध्यक्षता श्री शिव कुमार मिश्रा नेकी विशिष्ट अतिथि की आसंदी पर प्राचार्य श्री रूप चंद गुप्ता उपस्थित रहे कार्यक्रम का सफल संचालन श्री सूर्यकांत तिवारी जी ने तथा अतिथि अतिथियों का परिचय श्री शिवेंद्र नामदेव जी ने कराया स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र को छात्रों (तनुज अवस्थी, शुभम गर्ग, रविशंकर) ने अपने भाषण द्वारा रोचक तरीके से प्रस्तुत किया | विद्यालय के बहनों ( सोनम ,रिचा ,स्नेहा ) द्वारा प्रेरणा गीत से भैया/ बहन को स्वामी विवेकानंद जी के आचरण को धारण करने के लिए प्रेरित किया | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व अध्यक्ष जी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़े हुए संस्मरण बताएं | संस्था के प्राचार्य श्री रूप चंद गुप्ता ने अपने वक्तव्य में स्वामी जी के बाल काल से लेकर अंतिम समय तक की घटनाओं से अवगत कराते हुए उनके द्वारा किए गए महान कार्यों को धारण करने के लिए छात्र / छात्राओं को प्रेरित किया | अंत में स्वामी जी के लिए चार पंक्तियों के साथ अपनी बातें समाप्त की
सन्यासी थे युवा अवस्था,
हिंदू धर्म प्रचारक थे।
परमहंस की परम चेतना,
से समाज उद्धारक थे।
दहल उठा पाश्चात्य जगत भी,
जिनकी सिंह गर्जना से।
उत्तम भाल हुआ भारत का,
इनकी मातृ वंदना से।।
आभार प्रदर्शन व अल्पाहार के के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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