अयोध्या। राममंदिर निर्माण की कवायद तेज होने के साथ ही अयोध्या को भव्य रूप देने की भी कवायद शुरू हो गई है। रामनगरी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु व पर्यटकों के आने के मद्देनजर शहर के भीतर की मुख्य सड़क को सरयू घाट तक फोरलेन करने की तैयारी तेज हो गई है। इस 13 किलोमीटर लंबे सहादतगंज-नयाघाट मार्ग पर फैजाबाद को छोड़ अयोध्या के उदया, हनुमानगढ़ी व नयाघाट मार्ग आदि की कुल 603 दुकानें व मकान प्रभावित होंगे। इसे लेकर चौड़ीकरण शुरू होने के बाद से व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन आम लोगों में खुशी है।
सहादतगंज-नयाघाट मार्ग का चौड़ीकरण शुरू कर दिया गया है। इस योजना में 500 करोड़ का खर्च आएगा। इसमें दुकानों की शिफ्टिंग, सड़कों का निर्माण, अधिग्रहण करने वाले स्थान का मुआवजा समेत विद्युत पोलों की शिफ्टिंग का कार्य किया जाएगा। पहले चरण में सहादतगंज से विद्युत पोलों को हटाने का काम तेजी से चल रहा है। चौड़ीकरण के क्रम में दोनों तरफ 6 से 8 मीटर तक चौड़ीकरण किया जाना है। इसके अलावा एक मीटर का फुटपाथ व आधा मीटर में नाली का निर्माण किया जाएगा।
धर्मनगरी अयोध्या में उदया चौराहे से लेकर नयाघाट तक कुल 603 दुकानें हैं जो चौड़ीकरण की जद में आ रही हैं। ये सभी व्यापारी उजड़ने के डर से सशंकित हैं। उनका कहना है कि बिना व्यापारियों को विश्वास में लिए शासन-प्रशासन योजना को धरातल पर उतारने में जुट गया है। इसको लेकर व्यापारी संगठनों ने कई महीनों से ताल भी ठोंक रखी है। व्यापारियों का कहना है कि शासन-प्रशासन से समन्वय बैठक कराने की मांग लगातार की जा रही है लेकिन अभी तक प्रशासन ने व्यापारियों का दर्द जानने की जहमत नहीं उठाई है। व्यापारी योजना को लेकर भ्रम की स्थिति में होने के साथ विस्थापित होने के डर से सशंकित हैं।
अयोध्या। व्यापारियों का कहना है कि हम नयाघाट-सहादतगंज मार्ग के चौड़ीकरण का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन उजड़ने वाले व्यापारियों को स्थापित करने की भी योजना बनाई जाए। व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता ने कहा कि फोरलेन से सबसे ज्यादा व्यापारी वर्ग ही प्रभावित हो रहा है। प्रशासन स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहा है, शासन-प्रशासन से समन्वय बैठक कराने की भी मांग की जा चुकी है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। व्यवसायी पंकज सर्राफ बोले कि शहर के प्रवेश प्वाइंट पर ही पार्किंग की व्यवस्था की जाए।
प्रशासन चौड़ीकरण को लेकर अपनी मंशा व्यापारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट करे, ताकि व्यापारियों का भी संशय दूर हो। व्यापारी नेता शक्ति जायसवाल ने कहा कि ठीक है सड़क का चौड़ीकरण हो लेकिन जिनकी दुकानें टूट रही हैं, रोजगार छिन रहा है, उनके लिए प्रशासन क्या करेगा, यह तो स्पष्ट होना चाहिए। व्यापारी संजय कसौधन व सत्येंद्र मिश्र बोले कि अयोध्या के मुख्य मार्ग पर जहां यह कार्ययोजना प्रस्तावित है।
वहां मुख्य मार्गों के दोनों तरफ मंदिर द्वारा नामित पट्टेदार हैं जो कई पुश्तों से अपना व्यवसाय कर अपना व अपने परिवार का भर पोषण कर रहे हैं। इनके लिए प्रशासन द्वारा क्या व्यवस्था की जाएगी। रीशू पांडेय बोले की चौड़ीकरण से शहर में जाम से छुटकारा मिलेगा यह तो अच्छी बात है लेकिन विकास के नाम पर रोजगार न छीना जाए। विस्थापित हो रहे दुकानदारों को भी कहीं विस्थापित किया जाना जरूरी है।
व्यापारियों ने सुझाव दिया है कि जहां व्यापारी विस्थापित हो रहे हैं वहीं 20-20 जगह अधिग्रहीत कर व्यापारियों को स्थापित किया जाए। इसके साथ ही श्रीराम जन्मभूमि के चारों प्रवेश द्वार के पास, राम जन्मभूमि के अंदर, पुराना बस स्टॉप, इमली बगिया से रामगुलेला मार्ग, तुलसी उद्यान, बंधा तिराहे से साकेत पेट्रोल पंप तक दुकानें बनवाकर विस्थापितों को प्राथमिकता के आधार पर स्थापित किया जा सकता है।
- टेढ़ीबाजार से मोहबरा होते हुए एनएच-27 बाईपास मार्ग का 7 से 10 मीटर तक चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण
- रानोपाली से मणिपर्वत होते हुए विद्याकुंड तक मार्ग का 3 से 7 मीटर तक चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण
- एनएच-27 बाईपास से रामघाट चौराहे तक मार्ग का 5 से 7 मीटर तक चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण
- अयोध्या से कटरा जाने वाले पुुराने राष्ट्रीय मार्ग का कटरा तक सुदृढ़ीकरण
-अयोध्या-सुल्तानपुर-प्रयागराज, अयोध्या-रायबरेली मार्ग को फोर लेन बनाने का कार्य।-----अयोध्या ब्यूरो चीफ डा०ए०के०श्रीवास्तव
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